पेट के कैंसर की पहली स्टेज में शरीर देता है ये 5 संकेत, बस समय पर लक्षण गौर कर लें

punjabkesari.in Thursday, Oct 23, 2025 - 05:56 PM (IST)

नारी डेस्क:  आजकल पेट से जुड़ी परेशानियां  जैसे गैस, एसिडिटी या पेट दर्द आम हो गई हैं। लेकिन कई बार यही मामूली लगने वाली तकलीफें किसी गंभीर बीमारी की पहली चेतावनी होती हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, पेट का कैंसर (Stomach Cancer) ऐसी ही एक बीमारी है जो धीरे-धीरे बढ़ती है और शुरुआती स्टेज में पहचान में नहीं आती। अगर इन संकेतों पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों तक फैल सकता है। आइए जानते हैं कि पेट के कैंसर की पहली स्टेज में शरीर कौन से 5 लक्षण दिखाना शुरू करता है  और किन वजहों से यह बीमारी बढ़ती है।

 पेट में भारीपन और सूजन महसूस होना

अगर आप थोड़ा-सा खाना खाने के बाद भी पेट भारीपन या फुलावट महसूस करते हैं, तो इसे हल्के में न लें। यह पेट की अंदरूनी दीवारों पर ट्यूमर (Stomach Tumor) बनने का संकेत हो सकता है। ऐसे मरीजों को अक्सर एसिडिटी, पेट दर्द और वजन घटने की समस्या होती है। अगर यह समस्या लगातार बनी रहे, तो एंडोस्कोपी या अल्ट्रासाउंड टेस्ट जरूर कराएं। विशेषज्ञों के अनुसार, पेट के अंदर बन रहे कैंसर सेल्स पाचन तंत्र की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं, जिससे पेट में लगातार भारीपन बना रहता है।

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बिना किसी कारण जी मितलाना या उल्टी जैसा महसूस होना

कई बार सफर में या खराब खाना खाने के बाद जी मितलाना सामान्य है, लेकिन अगर हर समय मिचली बनी रहती है या बिना कारण उल्टी जैसा महसूस होता है, तो यह सामान्य नहीं है। यह स्थिति पेट की लाइनिंग में इंफ्लेमेशन (सूजन) या ट्यूमर की वजह से इरिटेशन के कारण हो सकती है। अगर ये लक्षण हफ्तों तक बने रहें, तो गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट से जांच कराना जरूरी है। शुरुआती स्टेज के पेट कैंसर में यह लक्षण सबसे आम है, जिसे लोग अक्सर पाचन समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।

मल का रंग बदलना या खून आना

अगर आपके मल का रंग गहरा हो रहा है या उसमें खून दिखाई देता है (Blood in Stool), तो यह पेट या आंतों में कैंसर की निशानी हो सकती है। ऐसा तब होता है जब ट्यूमर पेट की भीतरी दीवारों को नुकसान पहुंचाने लगता है। यह लक्षण पेट के कैंसर की दूसरी स्टेज में भी दिखाई दे सकता है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें। ऐसे मामलों में स्टूल टेस्ट या कोलोनोस्कोपी के जरिए डॉक्टर सही वजह का पता लगाते हैं।

 पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द और जलन

पेट के ऊपरी हिस्से या सीने के पास दर्द और जलन महसूस होना भी कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। कई बार मरीज को ऐसा लगता है कि सीने को कोई मरोड़ रहा है या दबाव पड़ रहा है। यह समस्या पेट के ट्यूमर के बढ़ने से होती है, जो एसिडिटी और गैस के लक्षणों की तरह लगती है। अगर यह दर्द भोजन के बाद या रात में बढ़ जाता है, तो तुरंत जांच कराएं। डॉक्टरों का कहना है कि यह लक्षण अक्सर “एसीड रिफ्लक्स” समझ लिया जाता है, लेकिन लगातार जलन का मतलब गंभीर समस्या हो सकता है।

 अजीब तरह की डकार या मुंह में खट्टा स्वाद

सामान्य डकार सभी को आती है, लेकिन अगर डकारों का स्वाद मैटेलिक या खट्टा लगने लगे और मुंह में जलन या कसैलापन महसूस हो, तो यह भी एक चेतावनी संकेत है। कई बार यह पेट के अंदर ट्यूमर बनने की वजह से गैस और एसिड के असामान्य उत्पादन के कारण होता है। इस स्थिति में एंडोस्कोपी या सीटी स्कैन की सलाह दी जाती है ताकि कैंसर की शुरुआती पहचान की जा सके।

 पेट का कैंसर होने की मुख्य वजहें (Stomach Cancer Causes)

पेट का कैंसर किसी एक कारण से नहीं, बल्कि कई जोखिम कारकों से मिलकर विकसित होता है। इनमें से कुछ जीवनशैली से जुड़े होते हैं, जबकि कुछ आनुवंशिक (जेनेटिक)।

धूम्रपान और शराब का सेवन: तंबाकू और शराब में मौजूद रसायन पेट की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।

अधिक मसालेदार और नमकीन खाना: रोजाना तीखा, नमकीन और अम्लीय भोजन पेट की झिल्ली को कमजोर करता है, जिससे ट्यूमर विकसित हो सकता है।

मोटापा: ज्यादा वजन से पेट पर दबाव बढ़ता है और एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याएं बढ़ती हैं, जो कैंसर का खतरा बढ़ाती हैं।

पेट की सर्जरी या अल्सर का इतिहास: जिन लोगों की पहले पेट की सर्जरी हो चुकी हो या जिन्हें पुराना अल्सर रहा हो, उनमें यह खतरा अधिक होता है।

परिवार में गैस्ट्रिक कैंसर का इतिहास: अगर परिवार में किसी को पहले पेट का कैंसर हुआ है, तो अगली पीढ़ी में इसका रिस्क बढ़ जाता है।

कुछ वायरस या जेनेटिक कारण: एप्सटीन-बार वायरस संक्रमण और कुछ विशेष जीन्स म्यूटेशन भी पेट के कैंसर की संभावना को बढ़ाते हैं। कोयला, मेटल या रबड़ फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोग लंबे समय तक केमिकल या धूल भरे वातावरण में काम करने से यह खतरा और बढ़ जाता है।

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समय पर पहचान से बच सकती है जान

पेट का कैंसर जितना जल्दी पकड़ा जाए, इलाज के उतने बेहतर परिणाम मिलते हैं। अगर आपको लगातार एसिडिटी, पेट दर्द, उल्टी या वजन घटने की समस्या हो रही है, तो इसे हल्का पेट दर्द समझकर नजरअंदाज न करें। समय रहते डॉक्टर से जांच कराना आपकी जिंदगी बचा सकता है।

पेट का कैंसर “धीमे ज़हर” की तरह होता है  जो लंबे समय तक छिपा रहता है, लेकिन एक बार बढ़ने पर जानलेवा हो सकता है। अगर शरीर ये 5 चेतावनी संकेत दे रहा है, तो देर न करें। संतुलित भोजन, धूम्रपान और शराब से दूरी, और नियमित स्वास्थ्य जांच से आप इस बीमारी को शुरुआत में ही रोक सकते हैं।

 


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Content Editor

Priya Yadav

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