छठ पूजा संध्या अर्घ्य के लिए घुघुनी की विशेष रेसिपी, जानें कैसे बनाएं ये स्वादिष्ट व्यंजन
punjabkesari.in Thursday, Nov 07, 2024 - 04:51 PM (IST)
नारी डेस्क: छठ पूजा का तीसरा दिन, संध्या अर्घ्य देने का खास मौका होता है। इस दिन महिलाएं सूर्यास्त के समय सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं, और साथ ही पूजा के इस अवसर पर विशेष पकवान भी बनाए जाते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक खास व्यंजन - घुघुनी की रेसिपी, जो इस दिन के विशेष भोजन का हिस्सा बनता है। यह व्यंजन खासकर बिहार और आसपास के इलाकों में प्रचलित है, और इसमें इस्तेमाल होने वाले मटर को सूर्य देव की कृपा से उगाया जाता है। घुघुनी, व्रत के बाद शरीर को ऊर्जा देने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। तो चलिए जानते हैं इस स्वादिष्ट व्यंजन को बनाने की विधि।
घुघुनी बनाने का तरीका
सामग्री
सफेद मटर - 1 कप (रातभर भिगोकर रखें)
पानी - 2 कप
हल्दी - 1 चुटकी
नमक - स्वाद अनुसार
सरसों का तेल - 2 चमच
जीरा - 1 चम्मच
तेज पत्ता - 1
कद्दूकस किया हुआ लहसुन - 1 चमच
हरी मिर्च - 2 (कटी हुई)
टमाटर - 1 (कटा हुआ)
हल्दी पाउडर - ½ चम्मच
धनिया पाउडर - 1 चम्मच
लाल मिर्च पाउडर - ½ चम्मच
गरम मसाला - ½ चम्मच
हरा धनिया - सजाने के लिए
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बनाने की विधि
सबसे पहले सफेद मटर को धोकर रातभर भिगोकर रख लें। दूसरे दिन, प्रेशर कुकर में 2 कप पानी, हल्दी और नमक डालकर मटर को सीटी लगाकर उबाल लें। उबालने के बाद मटर को एक तरफ रख दें। एक पैन में सरसों का तेल गरम करें, फिर उसमें जीरा और तेज पत्ते डालकर तड़कने दें। अब इसमें कद्दूकस किया हुआ लहसुन और हरी मिर्च डालकर कुछ सेकंड भूनें। इसके बाद टमाटर, हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालकर अच्छी तरह से मिला लें।
इस मिश्रण को तब तक पकाएं, जब तक टमाटर नरम न हो जाएं और तेल अलग न हो जाए। अब उबाले हुए मटर को इस मिश्रण में डालकर 2-3 मिनट तक अच्छे से भूनें। फिर बचा हुआ पानी डालकर 10-15 मिनट तक उबालने दें, ताकि सारे मसाले मटर में अच्छे से समा जाएं। अगर घुघुनी बहुत गाढ़ी हो, तो थोड़ा पानी और मिला सकते हैं। अंत में गरम मसाला डालकर अच्छे से मिला लें। अब घुघुनी को गरम-गरम हरे धनिए से सजा कर परोसें। साथ में पूड़ी और कसार के लड्डू रखें।
छठ पूजा के संध्या अर्घ्य में यह व्यंजन न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि शरीर को ऊर्जा देने वाला भी है। इस विशेष व्यंजन को बनाने से न केवल पूजा की पूरी विधि पूरी होती है, बल्कि यह आपके परिवार और मित्रों को भी प्रसन्न करता है।