''मैं विदेश में था जब मुझे ये सब पता चला लेकिन मैं उसे बचा नहीं पाया'', Sidhu Moose Wala को हमेशा रहा एक बात का अफसोस!
punjabkesari.in Saturday, Jun 04, 2022 - 04:59 PM (IST)
दिल दा नहीं माडा सिद्धू मूसेवाला...ये बात सिंगर हमेशा कहते थे और यह बात सच भी है...भले ही सिद्धू मूसेवाला के कई विवाद रहे हो लेकिन वो दिल के बहुत अच्छे इंसान थे। वो किसी को तकलीफ में नहीं देख सकते थे। एक ऐसा ही किस्सा सिद्धू ने पंजाबी शो 'दिल दियां गल्लां' में सुनाया था। शो में पहुंचे सिद्धू ने कहा था कि उन्हें हमेशा एक बात का अफसोस रहेगा कि वो एक बच्ची की मदद नहीं कर सकें।
कैंसर पीड़ित बच्ची की इलाज में करना चाहते थे मदद
दरअसल, सिद्धू ने अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा राज इस शो में ही बताया था। दरअसल, वो एक कैंसर पीड़ित बच्ची के इलाज में मदद करना चाहते थे लेकिन कर नहीं पाए। शो में पहुंचे सिद्धू ने बताया था कि उनके ताया जी के दोस्त जोकि एक चाय वाला था उनकी बच्ची को कैंसर था। जब यह बात सिद्धू को पता चली तो वो विदेश में अपने स्टेज शो के लिए गए हुए थे। सिद्धू ने सोचा था कि वो वापिस जाकर पहले उस बच्ची के पेरेंट्स से मिलेंगे और उसके इलाज के लिए पैसे देंगे। शो खत्म करने के बाद सिंगर इंडिया आकर सीधे अपने ताया जी के पास गए और उन्होंने उस बच्ची के बारे में पूछा तो सिद्धू को उनका ताया जी ने बताया कि वो बच्ची तो मर चुकी है सिंगर इस बात से बहुत दुखी हुए। सिद्धू ने कहा था कि मुझे पता था कि वो बच्ची ने ज्यादा देर जिंदा नहीं रहेगी लेकिन वो चाहते थे कि काश वो उनके पेरेंट्स की कुछ मदद कर पाते।
स्टेज पर ही लोग पकड़ लेते थे माइक
जब शो में सिद्धू से पूछा गया था कि अगर आपको कोई स्पेशल पॉवर मिल जाए तो आप क्या करेंगे इस पर सिद्धू ने कहा था लोगों की बीमारियां दूर...आप इन्हीं बातों से अंदाजा लगा सकते है कि सिद्धू दिल के कितने अच्छे इंसान थे। शो में सिद्धू ने अपने स्ट्रगल के बारे में भी बताया था। सिंगर ने कहा था कि एक वक्त था जब स्टेज पर शो में गाते हुए उनसे माइक छीन लिया जाता था। सिंगर के मुताबिक, कनाडा में उनके साथ ऐसा कई बार हुआ। एक किस्सा सुनाते हुए सिद्धू ने कहा, कॉलेज के दिनों में जब वो चंडीगढ़ में थे तब उन्हें एक बार रात को किसी का फोन आया और उन्होंने कहा कि हमने आपके गाने सुनने है इस पर सिद्धू भी चले गए लेकिन वहां जाकर उन्होंने कहा कि अब रात बहुत हो चुकी है बाद में मिलेंगे। इसके बाद सिद्धू पूरी रात बाइक पर घूमते रहे वो भी इतनी ठंड में ...सुबह 4 बार किसी दोस्त के घर फ्लैट पर गए।
पढ़ाई में नहीं थी कोई दिलचस्पी
सिद्धू ने यह भी कहा था कि उनकी पढ़ाई में कोई दिलचस्पी नहीं था बस पेरेंट्स के कहने पर उन्होंने इंजीनियरिंग की थी। जब उनके पूछा गया कि स्टार बनने के बाद भी उन्होंने अपना गांव क्यों नहीं छोड़ा। इस पर उन्होंने जवाब दिया था और कहा था, शुरू से मैं गांव में रहा बचपन भी वही बीता..मेरी शहर के लोगों के साथ एडजस्टमेंट नहीं होती। मैं एडजस्टमेंट नहीं कर सकता। मैं चाहता हूं कि जो भी मेरी लाइफ में चल रहा है सिर्फ मेरे अपनों को पता हो...मैं हमेशा सादगी भरी जिंदगी जीना पसंद करता हूं...मुझे ज्यादा कपड़ों का शौक नहीं ..अगर मुझे एक जैकेट पसंद आ गई तो मैं हर जगह वही पहन लेता हूं फिर चाहे वो खेतों में ही क्यों ना जाना हो...
बस सिद्धू की यही सादगी फैंस को पसंद थी लेकिन अफसोस अब तो बस उनकी यादें ही रह गई...वो खुद अब इस दुनिया में नहीं है।