शनि प्रदोष व्रत में बन रहा शुभ योग, जानिए शुभ मुहूर्त व पूजा विधि
punjabkesari.in Friday, Apr 23, 2021 - 10:55 AM (IST)
हिंदू धर्म में व्रत व त्योहारों का विशेष महत्व है। हर महीने में 2 प्रदोष व्रत रखे जाते हैं। इस बार अप्रैल मास का दूसरा प्रदोष व्रत 24 तारीख को रखा जाएगा। इस दिन शनिवार होने से यह व्रत शनि प्रदोष व्रत कहलाएगा। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव के साथ शनि देव की उपासना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। तो चलिए आज हम आपको शनि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त व पूजा विधि...
शनि प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
आरंभ- 24 अप्रैल रात 07:17 मिनट से
समाप्त- 24 अप्रैल शाम 4:12 मिनट तक
बन रहा विशेष योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार शनि प्रदोष व्रत पर ध्रुव योग बन रहा है। यह सुबह 11:43 मिनट तक रहेगा। इसके साथ इस दिन सूर्य मेष राशि में और चंद्रमा सुबह 11:56 मिनट तक सिंह राशि में रहेगा। बाद में कन्या राशि में गोचर करेगा। मान्यता है कि यह शुभ योग में भवन या इमारत का करवाना शुभ माना जाता है।
शनि प्रदोष व्रत का महत्व
इस दिन व्रत रखने व पूजा करने से जीवन की परेशानियां दूर होती है। पापों से मुक्ति मिलने के साथ मनोकामना की पूर्ति होती है। कार्यो में सफलता मिलने के साथ घर में सुख-समृद्धि व शांति का वास होता है।
शनि प्रदोष व्रत पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर नहाकर साफ कपड़े पहनें।
- घर के पूजा स्थल या मंदिर में जाकर भगवान शंकर और माता पार्वती को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।
- फिर बेल पत्र, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), गंध, अक्षत , फूल, फल, पान, सुपारी, लौंग व इलायची चढ़ाएं।
- शाम को दोबारा भगवान शिव की पूजा करकें उन्हें सारी पूजा सामग्री दोबारा अर्पित करें।