ल्यूकेमिया से पीड़ित थे ऋषि कपूर, एक तरह का ब्लड कैंसर, जानिए क्या है यह बीमारी ?
punjabkesari.in Thursday, Apr 30, 2020 - 01:43 PM (IST)
अभिनेता ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है। दशकों तक लोगों के दिलों में राज करने वाले ऋषि कपूर 2 सालों से ल्यूकेमिया से पीड़ित थे। यह एक तरह का ब्लड कैंसर है जो शरीर के उस हिस्से को प्रभावित करता है, जहां से हमें बाहरी संक्रमण से लड़ने की क्षमता मिलती है। हर साल लगभग 10 लाख लोग ल्यूकेमिया के शिकार बनते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है ल्यूकेमिया, इसके कारण व बचाव के तरीके...
क्या है ल्यूकेमिया?
ल्यूकेमिया एक तरह का ब्लड कैंसर होता है, जिसमें सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या असामान्य रूप से बढ़ जाती है और इनका आकार भी बदलने लगता है। इस वजह से शरीर में स्वस्थ्य रक्त कोशिकाओं के विकास रूक जाता है।
इन अंगाें पर करता है अटैक
ल्यूकेमिया ब्लड बनाने वाले ऊतकों (tissues), बोन मैरो (bone marrow) और लिंफैटिक सिस्टम पर अटैक करता है। ल्यूकीमिया होने पर कैंसर के सेल्स शरीर में खून बनने नहीं देते हैं। और फिर इंसान को खून की कमी होने लगती है साथ ही ल्यूकीमिया खून के साथ-साथ बोन मैरो पर भी हमला कर देता है। ब्लड न बनने की वजह से इंसान मर जाता है।
दो तरह का होता है ल्यूकेमिया
. लिंफोसाईटिक यानी लिंफॉईड कोशिकाओं के शरीर में अधिक विकसित या फिर इनकी असामान्य उत्पत्ति के कारण होता है।
. माइलोसाईटिक यानी मोनोसाईट्स सेल्स की मात्रा बढ़ना। जब शरीर में बहुत अधिक मोनोसाईट्स उत्पन्न हो जाती है या फिर इनकी असीमित वृद्धि होने लगती है तो माइलोसाईटिक ल्यूकेमिया विकसित होती है।
किन लोगों को होता है अधिक खतरा
. जेनेटिक यानि आनुवांशिक
. कमजोर इम्यून सिस्टम
. बॉडी में कोई इंफेक्शन
. रेडिएशन थेरेपी की हाई डोज से ब्लड कैंसर हो सकता है।
. एचआईवी और एड्स जैसे संक्रमण से ब्लड कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
. स्मोकिंग करने के कारण
. शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स की मात्रा रेड ब्लड सेल्स से अधिक होना।
. दवाईयों का साइड इफेक्ट्स
ल्यूकेमिया के लक्षण
-त्वचा का बदला रंग
-थकान रहना
-लगातार बुखार रहना
-फ्लू, बुखार व जुकाम
-सांस लेने में दिक्कत होना
-बिना किसी इंजरी के भी चोट लग जाना
-तेज सिरदर्द
-अचानक ही पसीना आना
-लिम्फ नोड्स का बढ़ना
-प्लेटलेट्स का गिरना
-हड्डियों में दर्द
ब्लड कैंसर का इलाज संभव
अगर समय रहते इस बीमारी का पता चल जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है। हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि कैंसर किस स्टेज पर है। इसकी जांच ब्लड टेस्ट द्वारा की जा जाती है जबकि दवाई व कीमोथेरेपी द्वारा इसका इलाज किया जाता है।
ल्यूकेमिया की रोकथाम कैसे करें:
-साफ-सफाई रखना ताकि इंफेक्शन होने का खतरा ना रहे
-हमेशा उबला हुआ पानी पीना
-कच्ची सब्जियों के बजाए पका हुआ खाना खाएं
-टीका जरूर लगवाएं।
-जंक फूड्स, प्रोसेस्ड फूड्स, शराब, सिगरेट जैसी चीजों से परहेज करें।