बांके बिहारी मंदिर में फिर लगी पाबंदियां, RT-PCR रिपोर्ट के बिना भक्तों को नहीं मिलेगी एंट्री
punjabkesari.in Friday, Jan 07, 2022 - 02:18 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी जी मंदिर में एक बार पाबंदियां लग गई हैं। प्रदेश सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक जिले के बाहर के श्रद्धालुओं को आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। रिपोर्ट दिखाने के बाद ही उन्हे दर्शन करने की इजाजत दी जाएगी। भक्तों के लिए ठाकुरजी के द्वार पिछले साल एक जून को खुले थे।
मंदिर के वरिष्ठ प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग एवं जिले के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना निगेटिव होने की आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है। कोविड- 19 के बढते मामलों के मद्देनजर ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के आदेश दिए गए हैं।
बांके बिहारी मंदिर भारत के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। 'बांके बिहारी' भगवान श्रीकृष्ण का ही एक रूप है, जो इसमें प्रदर्शित किया गया है। श्रीधाम वृन्दावन एक ऐसी पावन भूमि है, जिस भूमि पर आने मात्र से ही सभी पापों का नाश हो जाता है। यह मन्दिर श्री वृन्दावन धाम के एक सुन्दर इलाके में स्थित है। कहा जाता है कि इस मन्दिर का निर्माण स्वामी श्री हरिदास जी के वंशजोंं के सामूहिक प्रयास से संवत 1921 के लगभग किया गया था।
यहां भक्त दूर-दूर से बांके बिहारी जी के दर्शन करने के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं। मथुरा शहर में स्थित वृंदावन नगर श्री कृष्ण भगवान के बाल लीलाओं का स्थान माना जाता है। इस मंदिर में बांके बिहारी के दर्शन के लिए आए भक्तों का मानना है कि जब वह भगवान के दर्शन करते हैं तो स्वयं उनके रंग में रंग जाते हैं। उनकी आंखें नम होने लगती हैं, जिसका कारण उन्हें खुद भी पता नहीं होता। उसके बाद यहां बस जाने का या बार बार आने का मन करता है।