इस गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं रेखा, फिटनेस बनाए रखने के लिए अपनाती हैं ये खास तरीके
punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2025 - 11:31 AM (IST)
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नारी डेस्क: बॉलीवुड की हुस्न-ए-मल्लिका रेखा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वह टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित हैं। यह बीमारी तब होती है जब शरीर में इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं करता, जिससे ब्लड में शुगर का लेवल तेजी से बढ़ने लगता है। रेखा अपनी फिटनेस का खास ध्यान रखती हैं ताकि उनकी यह बीमारी कंट्रोल में रहे।
कैसे कंट्रोल करती हैं रेखा डायबिटीज़?
रेखा अपनी खानपान और लाइफस्टाइल को लेकर बहुत सावधान हैं। वह जंक फूड, तली-भुनी चीजें और अनहेल्दी फूड बिल्कुल नहीं खातीं। इसके साथ ही, वह एक खास डाइट फॉलो करती हैं और नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखती हैं ताकि उनका डायबिटीज़ कंट्रोल में रहे। रेखा के फिट रहने का राज उनकी सही डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल है।
डायबिटीज के कारण और लक्षण
डायबिटीज़ के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि आनुवंशिकता (परिवार में किसी को डायबिटीज़ हो), कम शारीरिक गतिविधि, खराब खानपान, और पर्याप्त नींद न लेना। अगर व्यक्ति को डायबिटीज़ हो जाए तो इसके लक्षण धीरे-धीरे दिखते हैं, जिनमें से कुछ आम लक्षण इस प्रकार हैं-
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बार-बार पेशाब आना
जब ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ जाता है, तो शरीर को इसे बाहर निकालने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़ते हैं। गुर्दे (किडनी) इस शुगर को रक्त से छानने की कोशिश करते हैं, जिसके कारण अधिक पेशाब बनता है। यह स्थिति विशेष रूप से रात के समय में और भी अधिक हो सकती है, जिससे व्यक्ति को बार-बार बाथरूम जाना पड़ता है। इस समस्या को "पॉलीयूरीया" कहा जाता है, और यह एक प्रमुख लक्षण होता है जो डायबिटीज़ के मरीजों में आमतौर पर देखा जाता है। बार-बार पेशाब जाने के कारण व्यक्ति को नींद में भी खलल पड़ सकता है, और इससे शरीर में जल की कमी हो सकती है।
बार-बार प्यास लगना
जब शरीर से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने के लिए बार-बार पेशाब होती है, तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसका परिणाम होता है अधिक प्यास लगना। इस स्थिति को "पॉलीडिप्सिया" कहा जाता है। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो मस्तिष्क से सिग्नल मिलता है कि शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता है। इस कारण व्यक्ति को लगातार प्यास लगती रहती है। इसके अलावा, शरीर में पानी की कमी डिहाइड्रेशन का कारण बन सकती है, जिससे कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए डायबिटीज़ के मरीजों को प्यास का बार-बार लगना एक महत्वपूर्ण संकेत होता है कि शुगर का स्तर अधिक हो सकता है।
बार-बार भूख लगना
टाइप 2 डायबिटीज़ के कारण शरीर में ग्लूकोज का सही तरीके से उपयोग नहीं हो पाता है। ग्लूकोज शरीर की कोशिकाओं को ऊर्जा देने के लिए आवश्यक होता है, लेकिन डायबिटीज़ की स्थिति में, यह ग्लूकोज रक्त में ही बना रहता है और शरीर की कोशिकाओं में नहीं पहुंच पाता। इसके कारण, शरीर को ऊर्जा की कमी होती है, और व्यक्ति को बार-बार भूख लगने लगती है। पाचन प्रक्रिया में समस्या के कारण शरीर को जरूरी ऊर्जा नहीं मिल पाती, जिससे व्यक्ति लगातार भोजन करने की इच्छा महसूस करता है। इससे वजन बढ़ने और शरीर के अन्य अंगों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
थकान महसूस होना
टाइप 2 डायबिटीज़ का एक और सामान्य लक्षण है थकान या कमजोरी महसूस होना। जब शरीर में शुगर का स्तर अधिक होता है, तो शरीर की कोशिकाओं तक ग्लूकोज नहीं पहुंच पाता, जिससे ऊर्जा की कमी होती है। इससे व्यक्ति को थकान महसूस होने लगती है और वह शारीरिक रूप से कमजोर महसूस करता है। साथ ही, अत्यधिक शुगर के कारण आंखों के लेंस में सूजन भी हो सकती है, जिससे नजर में दिक्कत हो सकती है। इस थकान का असर व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर भी पड़ सकता है, जिससे मूड स्विंग्स और चिंता जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि डायबिटीज़ को कंट्रोल न किया जाए तो यह थकान और अधिक बढ़ सकती है, और व्यक्ति को रोजमर्रा की गतिविधियां करने में भी मुश्किल हो सकती है।
डायबिटीज मरीजों के लिए खानपान में बदलाव
अगर किसी को डायबिटीज़ हो, तो खानपान में कुछ बदलाव करने से उसे कंट्रोल किया जा सकता है:
हर दिन एक ही समय पर खाना खाएं। कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन खाएं। ज्यादा फाइबर वाले फल, साबुत अनाज और सब्जियां खाएं। प्रोसेस किए हुए खाने जैसे कि कैंडी, कुकीज़, डोनट्स और पेस्ट्री को कम से कम खाएं। मीठे पेय पदार्थ जैसे सोडा, मीठी चाय, लेमोनेड, फ्रूट पंच और स्पोर्ट्स ड्रिंक्स से बचें। रेखा ने अपनी लाइफस्टाइल और खानपान के जरिए यह साबित कर दिया है कि अगर अपनी सेहत का ध्यान रखा जाए, तो गंभीर बीमारियों को भी नियंत्रित किया जा सकता है।