"रामलला के दर्शन के लिए अभी 15-20 दिनों तक ना आएं..." जानिए क्यों भक्तों को रोका जा रहा है अयोध्या आने से ?
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2025 - 06:03 PM (IST)
नारी डेस्क: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने मंगलवार को अयोध्या के आस-पास के इलाकों में रहने वाले भगवान राम के भक्तों से अपील की कि वे अपनी यात्रा 15-20 दिनों के लिए स्थगित कर दें, ताकि दूर-दराज के स्थानों से आने वालों को भगवान के दर्शन में ‘प्राथमिकता’ मिल सके, क्योंकि इस पावन अवसर पर अभूतपूर्व भीड़ है। प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत के साथ ही अयोध्या के साथ-साथ वाराणसी जैसे पवित्र शहरों में भी भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है, जिससे राज्य प्रशासन के लिए स्थिति को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना मुश्किल हो रहा है।
महाकुंभ में आये श्रद्धालु बड़ी संख्या में अयोध्या पहुंच रहे हैं। उनकी संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि को देखते हुए पास-पड़ोस के भक्तजनों से मेरा विनम्र निवेदन है कि यदि आप 15-20 दिन के बाद दर्शन हेतु पधारेंगे तो बहुत दूर से आने वाले भक्त आसानी से रामलला के दर्शन कर पाएंगे। pic.twitter.com/wb0MiFq5hF
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) January 28, 2025
29 जनवरी को होने वाले मौनी अमावस्या स्नान पर तीर्थयात्रियों की एक और विशाल भीड़ आने वाली है। राम मंदिर ट्रस्ट ने मंगलवार को एक्स के माध्यम से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण उत्पन्न ‘दबावपूर्ण स्थिति’ पर प्रकाश डाला और आस-पास के स्थानों से अयोध्या धाम की अपनी यात्रा को स्थगित करने का आग्रह किया। ट्रस्ट के अध्यक्ष चंपत राय ने लिखा- “पिछले तीन दिनों में अयोध्या जी में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
अयोध्या धाम की आबादी और आकार को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के लिए एक दिन में रामलला के दर्शन करना बहुत कठिन है और इसीलिए श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।” उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए व्यवस्थाओं में उचित बदलाव करना आवश्यक है। चंपत राय ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा- “हमारा अनुरोध है कि आस-पास के क्षेत्रों के श्रद्धालु 15-20 दिनों के बाद दर्शन के लिए अयोध्या आएं ताकि दूर-दराज के स्थानों से आने वाले श्रद्धालु आसानी से भगवान के दर्शन कर सकें। इससे सभी को सुविधा होगी।”
‘आस-पास के’ श्रद्धालुओं से बसंत पंचमी (2 फरवरी) के बाद यात्रा की योजना बनाने का आग्रह किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान 29 जनवरी को प्रयागराज में कुंभ में है। अनुमान है कि 29 जनवरी को प्रयागराज में करीब 10 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे। उम्मीद है कि प्रयागराज में पवित्र स्नान के बाद श्रद्धालु ट्रेन और सड़क मार्ग से अयोध्या जाएंगे।