जब वैष्णो देवी भवन में फर्श पर सोए थे राजेश खन्ना, डिब्बा लेकर टॉयलेट की लाइन में हुए थे खड़े
punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 07:11 PM (IST)
नारी डेस्क: हिंदी फिल्म जगत में अपने अभिनय से लोगों को दीवाना बनाने वाले अभिनेता तो कई हुए और दर्शकों ने उन्हें स्टार कलाकार माना पर सत्तर के दशक में राजेश खन्ना पहले ऐसे अभिनेता के तौर पर अवतरित हुए जिन्हें दर्शको ने ‘सुपर स्टार' की उपाधि दी। वर्ष 1966 से 1969 तक राजेश खन्ना फिल्म इंडस्ट्री मे अपनी जगह बनाने के लिये संघर्ष करते रहे। 1983 की फ़िल्म अवतार से इंडियन सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने वापसी की थी। यह फ़िल्म बॉक्स-ऑफिस पर बहुत बड़ी हिट साबित हुई और इससे उस स्टार का करियर फिर से शुरू हो गया, जिसे 1970 के दशक के आखिर में मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।

इस ज़बरदस्त सफलता ने सुपरस्टार के तौर पर उनकी जगह को और मजबूत किया। इस फ़िल्म के बाद राजेश खन्ना की सौतन और अगर तुम ना होते जैसी और भी हिट फ़िल्में आईं। कुछ साल पहले शबाना आजमी ने बताया था कि कैसे डायरेक्टर मोहन कुमार की फ़िल्म 'अवतार' ने उनके और राजेश खन्ना के लिए कई मुश्किलें खड़ी कीं। एक्ट्रेस ने बताया कि फ़िल्म का सबसे पसंदीदा गाना, चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है, ने दोनों को सच में कड़ी परीक्षा में डाल दिया था। यह गाना आज भी बहुत पॉपुलर है, खासकर वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले भक्तों के बीच, लेकिन इसे शूट करना एक बहुत बड़ी चुनौती थी।

शबाना ने बताया कि याद किया कि मंदिर तक पहुंचने के लिए उन्हें ट्रेकिंग करनी पड़ी थी क्योंकि उस समय हेलीकॉप्टर सर्विस नहीं थी। टॉयलेट न होने की वजह से हालात और भी मुश्किल हो गए थे। शबाना आजमी का कहना था था- "क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि राजेश खन्ना, एक सुपरस्टार, डालडा के डिब्बों के साथ लाइन में खड़े हों? उस समय बहुत ठंड भी थी। हम धर्मशालाओं में फर्श पर सोते थे। हमारे पास गद्दे थे जिन पर लगभग 12 कंबल की परतें थीं। हम खुद को ढकने के लिए छह कंबल की परतों का इस्तेमाल करते थे, और फिर भी हमें ठंड लगती थी। उस समय, राजेश खन्ना ऐसा नहीं कह सकते थे कि 'मैं एक सुपरस्टार हूं'। हम सबने इसे उसी भावना से किया।"

शबाना आज़मी ने सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ सात फिल्मों में काम किया और सेट के बाहर भी उनके साथ उनकी अच्छी दोस्ती थी। एक इंटरव्यू में, शबाना ने एक मज़ेदार पल याद करते हुए बताया कि एक बार राजेश लंगड़ाते हुए और टखने पर पट्टी बांधकर शूटिंग पर आए थे। जब पत्रकार ने उनसे पूछा कि उनके पैर को क्या हुआ है, तो उन्होंने झूठ बोला और कहा कि वह घुड़सवारी का सीन करते समय गिर गए थे। राजेश खन्ना से जब शबाना ने सवाल किया तो उन्होंने कहा- ज़ाहिर है, मैं पत्रकार को यह नहीं बताने वाला कि, मेरा पैर धोती में फंस गया तो मैं गिर गया। मुझे अपना पल जीने दो। तुम्हारी क्या दिक्कत है?'

