पाचन से लेकर हड्डियों तक: किशमिश के बड़े फायदे और किन लोगों को नहीं खाना चाहिए
punjabkesari.in Friday, Oct 24, 2025 - 06:20 PM (IST)
नारी डेस्क : किशमिश (Raisins) न सिर्फ स्वाद में मीठी होती है, बल्कि इसमें सेहत का खज़ाना छिपा होता है। इसे “ड्राई ग्रेप्स” भी कहा जाता है और यह शरीर को अंदर से एनर्जी और ग्लो दोनों देती है। आइए जानते हैं किशमिश खाने के कुछ बेहतरीन फायदे और नुकसान।
खून बढ़ाने में मददगार
किशमिश प्राकृतिक रूप से आयरन और कॉपर का बेहतरीन स्रोत होती है। ये दोनों तत्व शरीर में हीमोग्लोबिन के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। नियमित रूप से किशमिश का सेवन करने से खून की कमी यानी एनीमिया से बचाव होता है। यह शरीर में नई रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देती है और थकान, कमजोरी जैसी समस्याओं को दूर रखती है।

पाचन को बेहतर बनाती है
किशमिश में भरपूर मात्रा में डायट्री फाइबर पाया जाता है, जो पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है। यह फाइबर कब्ज को दूर करने में मदद करता है और आंतों की सफाई करता है। अगर इसे सुबह गुनगुने पानी में भिगोकर खाया जाए, तो पेट हल्का रहता है और पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करता है। यह पेट की गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं को भी कम करता है।
हड्डियों को बनाती है मजबूत
किशमिश में मौजूद कैल्शियम और बोरॉन हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत और घना बनाता है, जबकि बोरॉन शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। नियमित रूप से किशमिश का सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है और उम्र बढ़ने पर भी हड्डियां मजबूत बनी रहती हैं।
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दिल को रखती है स्वस्थ
किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है और हार्ट डिज़ीज़, ब्लड प्रेशर तथा धमनियों के ब्लॉकेज जैसी समस्याओं का खतरा घटता है। नियमित रूप से सीमित मात्रा में किशमिश का सेवन करने से दिल मजबूत और स्वस्थ बना रहता है।
इम्यूनिटी को बूस्ट करती है
किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन C और विटामिन E शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। यह शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हैं और बार-बार होने वाली सर्दी-जुकाम, थकान या संक्रमण जैसी समस्याओं से सुरक्षा प्रदान करते हैं। नियमित रूप से भीगी हुई किशमिश का सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी नैचुरली बूस्ट होती है।
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा पर उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं और झुर्रियों को रोकते हैं। साथ ही, यह बालों के झड़ने को कम करती है और उन्हें मजबूत बनाती है। रोजाना किशमिश खाने से त्वचा में निखार आता है और बाल स्वस्थ, चमकदार और घने बने रहते हैं।
वजन घटाने में मददगार
किशमिश में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह मीठा खाने की इच्छा को कम करता है, जिससे अनावश्यक स्नैक्स या जंक फूड का सेवन घटता है। ऐसे में नियमित रूप से सीमित मात्रा में किशमिश खाने से वजन नियंत्रित रखने और स्वस्थ डाइट बनाए रखने में मदद मिलती है।

कैसे खाएं किशमिश?
8–10 किशमिश रातभर पानी में भिगो दें।
सुबह खाली पेट इन्हें खाएं और पानी भी पी लें।
यह तरीका सबसे हेल्दी और असरदार माना जाता है।
किन लोगों को नहीं खाना चाहिए किशमिश (Kishmish)?
किशमिश भले ही सेहत के लिए फायदेमंद हो, लेकिन कुछ लोगों को इसे सावधानी से या बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। अगर आप नीचे बताए गए किसी भी श्रेणी में आते हैं, तो किशमिश खाने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
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डायबिटीज़ (Diabetes) के मरीज: किशमिश में प्राकृतिक शुगर (फ्रक्टोज़ और ग्लूकोज़) बहुत अधिक मात्रा में होती है। ज़्यादा खाने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। डायबिटीज़ वाले लोग इसे बहुत सीमित मात्रा में या डॉक्टर की सलाह से खाएं।
मोटापे से परेशान लोग (Obese Individuals): किशमिश में कैलोरी और शुगर दोनों अधिक होती हैं। ज़्यादा सेवन से वजन घटाने की बजाय वजन बढ़ने की संभावना रहती है। अगर आप डाइट पर हैं, तो केवल 4–5 किशमिश ही पर्याप्त है।
लो ब्लड प्रेशर वाले लोग (Low BP Patients): किशमिश ब्लड प्रेशर को कम कर सकती है क्योंकि यह रक्त को पतला करने में मदद करती है। लो बीपी वाले लोग इसे रोजाना न खाएं या डॉक्टर से सलाह लें।
एलर्जी वाले लोग (Allergic Individuals): कुछ लोगों को किशमिश या सूखे फलों से एलर्जी हो सकती है। खाने के बाद अगर खुजली, सूजन, या सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत बंद करें।

दांतों की समस्या वाले लोग (Dental Issues): किशमिश चिपचिपी होती है और दांतों में चिपक जाती है। इससे कैविटी या दांतों में दर्द हो सकता है। खाने के बाद मुंह अवश्य साफ करें।
पेट या गैस की समस्या वाले लोग: किशमिश में फाइबर अधिक होता है, जो कुछ लोगों में गैस, पेट फूलना या एसिडिटी बढ़ा सकता है। इन्हें सीमित मात्रा में ही खाएं।
किशमिश एक नेचुरल एनर्जी बूस्टर है जो शरीर, दिमाग और त्वच। तीनों को सेहतमंद रखती है। रोज़ाना थोड़ी-सी किशमिश खाने की आदत आपके शरीर को लंबे समय तक फिट रख सकती है। डायबिटीज़ या हार्ट मरीज डॉक्टर से पूछकर ही सेवन करें।

