एक बार फिर दूल्हा बने राहा के पापा, देखने लायक थी बारातियों संग रणबीर कपूर की ग्रैंड एंट्री
punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2024 - 11:00 AM (IST)
नारी डेस्क: आदित्य बिड़ला समूह द्वारा सेलिब्रिटी फैशन डिजाइनर तरुण तहिलियानी के सहयोग से प्रस्तुत तसवा फैशन शो 'बारात' के शोस्टॉपर के रूप में रणबीर कपूर ने मुख्य मंच संभाला। उन्होंने स्टाइलिश अंदाज में जिस तरीके से कार से एंट्री की वह देखने लायक थी। रणबीर के इस लुक ने एक बार फिर उनकी शादी की यादें ताजा कर दी।
शो का पूरा माहौल तब बदल गया जब रणबीर ने ढोल की थाप के बीच कार से ग्रैंड एंट्री ली। अभिनेता रेशमी आइवरी शेरवानी और मैचिंग चूड़ीदार में शाही अंदाज में दिखे, जो दूल्हे के आदर्श रूप को दर्शाता है। शेरवानी पर जटिल रूप से हस्तनिर्मित कढ़ाई और सेक्विन का काम बेहद ही कमाल का था।
#RanbirKapoor walks for Tasva 🔥 pic.twitter.com/9Vjvs6I3ib
— RKᵃ (@seeuatthemovie) October 13, 2024
राहा के पापा ने अपने लुक को आइवरी और गुलाबी मोजरी फुटवियर और दुपट्टे के साथ पूरा किया, जिसे उन्होंने अपने कंधे पर खूबसूरती से लपेटा। इस शानदार पहनावे के साथ रेशमी आइवरी पगड़ी उन्हे एकदम महाराजा लुक दे रही थी। रणबीर के 'तू झुट्ठी, मैं मक्का' के सह-कलाकार अनुभव सिंह बस्सी भी रैंप पर दिखे, उन्होंने दूल्हे के रूप में एक शानदार काले रंग की पोशाक पहनी थी।
Journalist : Ranbir aaj aap yahaan Dulhe ban chuke hain .. ramp walk ..
— VarunRK 💫 (@Varun_RK88) October 14, 2024
RK : Wahi main pooch Raha tha ki Koi dulhan toh nahi haina yahaan warna Ghar main kuch problem hojayegi#RanbirKapoor
pic.twitter.com/Jbrm1HbKTt
'बारात' संग्रह पर टिप्पणी करते हुए, तरुण तहिलियानी ने तसवा के आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर कहा- "तसवा में हमारा एक बुनियादी सिद्धांत है जो मैंने सालों से सुना है। भारतीय पुरुष अक्सर कहते हैं कि भारतीय कपड़े असुविधाजनक होते हैं। हम यह साबित करने के लिए यहां हैं कि सही तरीके से तैयार किए जाने पर वे आरामदायक और सुंदर दोनों हो सकते हैं। तसवा ने पूर्वी और भारतीय कढ़ाई तकनीकों को पश्चिमी निर्माण के साथ मिलाया है।"
तरुण तहिलियानी ने अपने पोस्ट में लिखा- "यह एक पुरुष के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन है,और आज के युवा पुरुष अपनी शादी में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य उन्हें अपने सर्वश्रेष्ठ रूप को व्यक्त करने और वास्तव में इस अनुभव का आनंद लेने का अवसर देना है"।