अपने आप को बूढ़ा नहीं मानती ब्रिटेन की महारानी, कहा- नहीं लूंगी ‘Oldie of the Year’ अवॉर्ड
punjabkesari.in Thursday, Oct 21, 2021 - 01:53 PM (IST)
शाही परिवार का नाम लेते ही दिमाग में जो पहली तस्वीर आती है, वो है 'महारानी एलिजाबेथ द्वितीय' की। ब्रिटिश इतिहास में सबसे लंबे वक्त तक शासन करने वाली महारानी भले ही 95 साल की हो गई हैं, लेकिन वह अपने आप को बूढ़ा नहीं मानती हैं। तभी तो उन्होंने ब्रिटिश मैगजीन Oldie की तरफ से दिए जाने वाले ‘Oldie of the Year’ अवॉर्ड को लेने से मना कर दिया।
खुद को इस पुरस्कार के योग्य नहीं मानती महारानी
क्वीन एलिजाबेथ का मानना है कि अभी वह इस पुरस्कार के योग्य नहीं हैं। महारानी एलिजाबेथ के निजी सहायक सचिव टॉम लैंग-बेकर की तरफ से मैगजीन को दिए गए जवाब में कहा गया कि आप जितना बूढ़ा महसूस करते हैं, उतने बूढ़े हो जाते हैं। महारानी का मानना है कि मैगजीन की तरफ से तय की गई शर्तों पर खरी नहीं उतरती हैं, इसलिए वह यह पुरस्कार नहीं लेना चाहती। महारानी की तरफ से कहा गया कि मुझे उम्मीद है कि आपको इस पुरस्कार के लिए योग्य उम्मीदवार मिल जाएगा।
महारानी के निधन को लेकर रिपोर्ट तैयार
हाल ही में एलिजाबेथ द्वितीय को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है. जिसमें उनके निधन के बाद ब्रिटेन में तैयारियों की बात का जिक्र किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि महारानी के निधन के बाद यूके में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा, जिसमें उन्हें दफनाने की प्रक्रिया से लेकर पुलिस इंतजामों का ब्यौरा भी शामिल है। रिपोर्ट में बताया गया था कि कि क्वीन के निधन वाले दिन को अधिकारी ‘डी-डे’ मानेंगे।
रिपोर्ट में हुए कई खुलासे
महारानी को उनके निधन के 10 दिन बाद दफनाए जाने की योजना है। वहीं, उनके बेटे और वारिस प्रिंस चार्ल्स दफनाए जाने की प्रक्रिया से पहले पूरे ब्रिटेन का दौरा करेंगे। महारानी के ताबूत को संसद में तीन दिनों तक रखा जाएगा। महारानी के निधन के बाद नए राजा चार्ल्स ब्रिटेन के चार राष्ट्रों का दौरा करेंगे. कहा जा रहा है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ भी इसे लेकर समझौता किया जा चुका है कि उनके अंतिम संस्कार के दिन को राष्ट्रीय शोक माना जाएगा।
1953 को एलिजाबेथ को पहनाया गया था ताज
बता दें कि एलिजाबेथ को 2 जून, 1953 को ब्रिटेन की महारानी का ताज पहनाया गया था, जो कि अपने आप में नायाब और बेशकीमती है। 'हारानी के इस ताज में कोहिनूर और टर्किश हीरे जड़े हुए हैं। इसमें 2800 से ज्यादा बेशकीमती हीरे, सोने और प्लेटिनम जड़े हैं। यह ताज द ग्रेट ब्रिटेन की ऐतिहासिक विरासत का एक प्रतीक है। 21 अप्रैल, 1926 को जन्मी महारानी एलिजाबेथ ने इतने वर्षों में अनेकों घटनाएं देखी हैं, जिनमें प्रिंस एडवर्ड तथा उनकी पत्नी सोफी के पुत्र के जन्म के साथ उनकी तीसरी पीढ़ी के 8वें सदस्य का जन्म और 1997 में उनकी पुत्रवधू राजकुमारी डायना की कार दुर्घटना में हुई मृत्यु शामिल है।