बरसात के मौसम में बच्चों को वायरल और आम बीमारियों से बचाएं
punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 07:11 PM (IST)

नारी डेस्क : बरसात का मौसम बच्चों के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है। इस समय मौसम में नमी और ठंड के कारण संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। माता-पिता को अपने बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। यहां कुछ उपाय और सावधानियां दी जा रही हैं, जो बच्चों को आम बीमारियों से बचाने में मदद कर सकती हैं।
साफ-सफाई और हाथ धोने की आदत
बरसात के मौसम में बच्चे संक्रमण और वायरल बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। ऐसे में उनकी सेहत बनाए रखने के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना बेहद जरूरी है। बच्चों में साफ-सफाई की आदत डालना शुरू से ही फायदेमंद रहता है। उन्हें बार-बार हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले और शौचालय के बाद। हाथ धोते समय साबुन और पानी का इस्तेमाल करना सबसे सुरक्षित तरीका है, क्योंकि यह बैक्टीरिया और वायरस को आसानी से दूर करता है। यदि साबुन उपलब्ध न हो तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा बच्चों को यह समझाना भी जरूरी है कि गंदे हाथों से चेहरे, आंखें या मुंह को न छूएं।
संतुलित और पौष्टिक आहार
बरसात के मौसम में बच्चे अक्सर आलस्य महसूस करते हैं और उनकी भूख भी कम हो जाती है। ऐसे में उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार देना बेहद जरूरी है। बच्चों के भोजन में पर्याप्त मात्रा में फल और हरी सब्जियां शामिल करें, क्योंकि इनमें विटामिन और मिनरल्स भरपूर होते हैं, जो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही प्रोटीन का सेवन बढ़ाना भी आवश्यक है, जैसे कि दालें, अंडा, दूध और पनीर, जो बच्चों की मांसपेशियों और सामान्य विकास के लिए जरूरी हैं। साथ ही यह ध्यान रखें कि बच्चे पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, क्योंकि बरसात में नमी और ठंड के कारण शरीर में पानी की कमी जल्दी हो सकती है।
कपड़ों का ध्यान
बरसात के मौसम में बच्चों को सही और साफ कपड़े पहनाना बहुत जरूरी है, क्योंकि गीले कपड़ों में रहने से सर्दी, जुकाम और त्वचा संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों को हमेशा सूखे और हल्के कपड़े पहनाने की आदत डालें। बारिश में गीले जूते या जुराब पहनने से बचाना चाहिए, क्योंकि इससे पैर ठंडे और गीले रह जाते हैं, जो फंगल इंफेक्शन या छाले जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। घर आने के बाद बच्चों के गीले कपड़ों को तुरंत बदल दें और उन्हें हल्का गर्म पानी पिलाकर शरीर को गर्म रखने की कोशिश करें।
सर्दी-जुकाम और वायरल से बचाव
बरसात का मौसम बच्चों के लिए वायरल इंफेक्शन और सर्दी-जुकाम का अधिक खतरा लेकर आता है। इस दौरान बच्चों को ठंडे पानी या बारिश के पानी में लंबे समय तक खेलने से रोकना चाहिए, क्योंकि इससे उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और जुकाम या खांसी जैसी समस्याएं जल्दी बढ़ सकती हैं। बच्चों को हल्का गर्म पानी पिलाना फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शरीर को गर्म रखता है और गले व पेट की नमी को संतुलित करता है। साथ ही, ज्यादा ठंडा या तला-भुना खाना खाने से बचाएं, क्योंकि यह पाचन और स्वास्थ्य दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
पानी और भोजन की साफ-सफाई
बरसात के मौसम में पानी और भोजन की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इस समय पानी में बैक्टीरिया और कीटाणु तेजी से पनपते हैं, जिससे बच्चों में पेट की समस्याएं और इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बच्चों को हमेशा बोतल का या उबला हुआ पानी पिलाएं। खाने में घर का बना ताजा और स्वच्छ भोजन ही दें, क्योंकि बाहर का जंक फूड और सड़क का पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा, खाने से पहले और बाद में हाथ साफ करना भी जरूरी है, ताकि बच्चे संक्रमण से बच सकें।
खेल और व्यायाम
बच्चों को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने के लिए नियमित खेल-कूद और हल्का व्यायाम बहुत जरूरी है। यह न केवल उनकी शारीरिक फिटनेस बनाए रखता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। बरसात के मौसम में, बच्चों को सुबह या शाम हल्की धूप में खेलने देना फायदेमंद होता है, क्योंकि सूर्य की रोशनी शरीर में विटामिन डी का स्तर बनाए रखती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। वहीं, अत्यधिक बारिश या बाहर की भीगी परिस्थितियों में घर पर योग, स्ट्रेचिंग या हल्के खेल कराना एक सुरक्षित विकल्प है।
त्वचा और फंगल इंफेक्शन से बचाव
बरसात के मौसम में अधिक नमी के कारण बच्चों की त्वचा पर फंगल इंफेक्शन, खुजली और दाने होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बच्चों की त्वचा को हमेशा साफ और सूखा रखना बेहद जरूरी है। पसीना आने या गीले कपड़े पहनने के बाद तुरंत बच्चे के शरीर को सुखाएं और कपड़े बदल दें। नाखूनों को छोटा रखें और नियमित रूप से धोते रहें, ताकि गंदगी और कीटाणु जमा न हों। इसके अलावा, बच्चों को यह भी सिखाएं कि वे चेहरे और त्वचा को गंदे हाथों से न छुएं। समय पर इन सावधानियों को अपनाने से आप उन्हें बरसात में होने वाले त्वचा और फंगल संक्रमण से बचा सकते हैं।
टीकाकरण और डॉक्टर से सलाह
बरसात के मौसम में बच्चों में वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा अधिक होता है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा के लिए उनका समय पर टीकाकरण कराना बेहद जरूरी है। सभी वैक्सीनेशन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं और उन्हें गंभीर बीमारियों से बचाते हैं। इसके अलावा, अगर बच्चे को हल्की खांसी, बुखार, पेट दर्द या किसी भी असामान्य लक्षण की शिकायत हो, तो देरी न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
बरसात का मौसम बच्चों के लिए आनंद और स्वास्थ्य दोनों का संतुलन मांगता है। साफ-सफाई, संतुलित आहार, सही कपड़े और पानी की सुरक्षा के साथ बच्चों की देखभाल करने से आप उन्हें आम बीमारियों से सुरक्षित रख सकते हैं। समय पर ध्यान और सावधानी बरतना ही बच्चों की खुशहाली और स्वस्थ विकास की कुंजी है।