Sunjay Kapoor की प्रॉपर्टी विवाद में नया मोड़, प्रिया कपूर ने करिश्मा के बच्चों को जानकारी देने से किया इंकार
punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 04:08 PM (IST)

नारी डेस्क: दिवंगत बिजनेसमैन संजय कपूर की मौत के बाद उनकी संपत्ति को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। प्रिया सचदेव कपूर ने संजय कपूर की संपत्ति का विवरण सीलबंद लिफाफे में दाखिल करने की अनुमति के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया है। हालांकि कोर्ट ने इस अपील को ठुकराते हुए कहा कि निजी संपत्तियों और देनदारियों की सूची सीलबंद लिफाफे में दाखिल करना "समस्याग्रस्त" हो सकता है क्योंकि उनकी पूर्व पत्नी और अभिनेत्री करिश्मा कपूर से उनके दो बच्चों को खुलासे की गई संपत्तियों पर सवाल उठाने का अधिकार है।

प्रिया ने कोर्ट से की अपील
प्रिया के वकील शेल ट्रेहान ने कोर्ट को बताया कि बैंक खाते की जानकारी समेत संपत्ति की डिटेल्स से साइबर सुरक्षा को खतरा हो सकता है, इसलिए इसे सीलबंद लिफाफे में दाखिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम यह नहीं कह रहा किहम जानकारी नहीं देंगे, हम बस इसे कॉन्फिडेंशियल तरीके से रखना चाहते हैं.”। वहीं करिश्मा कपूर के बच्चों के वकील ने कहा कि संपत्ति के मामले में जानकारी सार्वजनिक रहनी चाहिए. साथ ही कोर्ट ने मीडिया को शामिल करने से भी मना किया और कहा, हमें किसी भी मीडिया ट्रायल में शामिल न करें।
कोर्ट ने प्रिया की नहीं मानी मांग
न्यायाधीश ने प्रिया के वकील से पूछा-"आवेदन को मंज़ूरी देना इस साधारण कारण से समस्याजनक हो सकता है कि संपत्ति के कथित लाभार्थी होने के नाते, उन्हें (करिश्मा के बच्चे समायरा कपूर और कियान राज कपूर) प्रकट की गई संपत्ति पर सवाल उठाने का अधिकार है। इसलिए, अगर कल उन्हें सत्यापन करना पड़े और पूछना पड़े कि क्या हुआ है, और अगर वे इस गोपनीयता क्लब से बंधे हैं, तो वे अपना पक्ष कैसे रख पाएंगे?" अदालत शुक्रवार को मामले की सुनवाई फिर से शुरू करेगी।

करिश्मा के बच्चों ने दी थी चुुनौती
10 सितंबर को, उच्च न्यायालय ने प्रिया से अदालत को अपनी संपत्तियों की सूची देने को कहा था। समायरा और कियान राज ने उनकी कथित वसीयत को चुनौती दी है और कथित तौर पर 30,000 करोड़ रुपये की उनकी संपत्ति में हिस्सेदारी मांगी है। इस बीच, प्रिया ने अदालत को बताया कि उन्हें पारिवारिक ट्रस्ट से पहले ही 1,900 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। दूसरी ओर संजय कपूर की मां के वकील ने जोर देकर कहा कि उन्हें वसीयत की जांच करने के लिए संपत्ति की पूरी जानकारी दी जानी चाहिए, साथ ही इस एग्रीमेंट को कुछ अजीब बताया।