प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव, लेकिन  बेबी की हार्टबीट नहीं आई? डॉक्टर से जानिए क्यों

punjabkesari.in Monday, Dec 22, 2025 - 06:38 PM (IST)

 नारी डेस्क:  अगर आपकी प्रेग्नेंसी हाल ही में कंफर्म हुई है या आप इसकी संभावना पर सोच रही हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत उपयोगी है। इसमें बताया गया है कि प्रेग्नेंसी में अल्ट्रासाउंड में हार्टबीट न दिखने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं और इस समय महिलाओं को क्या करना चाहिए।

हार्टबीट न दिखने पर महिलाओं में क्यों होती चिंता

कई बार ऐसा होता है कि प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आता है, लेकिन अल्ट्रासाउंड में बच्चे की हार्टबीट दिखाई नहीं देती। इस स्थिति में महिलाएं अक्सर तनाव में आ जाती हैं और सोचती हैं कि कहीं कुछ गलत तो नहीं है। ऐसी स्थिति में तुरंत घबराने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर आमतौर पर इस समय थोड़ा इंतजार करने की सलाह देते हैं।

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हार्टबीट लास्ट पीरियड पर नहीं, जेस्टेशनल एज पर निर्भर

हार्टबीट सिर्फ आपकी लास्ट पीरियड की तारीख पर नहीं बल्कि गर्भ के जेस्टेशनल हफ्तों (गर्भावस्था के हफ्ते) पर निर्भर करती है। यानी बच्चे का विकास और हार्टबीट दिखना आपके अनुमान से थोड़ा अलग समय पर हो सकता है।

6-7 हफ्ते तक हार्टबीट न सुनाई देना नॉर्मल है

प्रेग्नेंसी के शुरुआती हफ्तों में (6-7 हफ्ते से पहले), हार्टबीट का दिखाई न देना सामान्य है। इस समय बच्चा बहुत छोटा होता है। ओव्यूलेशन और इम्प्लांटेशन का समय हमेशा तय नहीं होता, इसलिए गर्भावस्था की अवधि आपकी सोच से कम या ज्यादा हो सकती है।

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फॉलो-अप अल्ट्रासाउंड जरूरी

 आमतौर पर डॉक्टर 7-10 दिन बाद अल्ट्रासाउंड दोबारा करने की सलाह देते हैं। सामान्यत: लास्ट मेन्स्ट्रुअल पीरियड (LMP) से 6-7 हफ्तों में हार्टबीट दिखाई देती है। कभी-कभी यह थोड़ी देर बाद भी दिख सकती है, इसलिए धैर्य रखना जरूरी है।

मानसिक रूप से शांत रहें

इस स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है। कई स्वस्थ प्रेग्नेंसी इसी तरह शुरू होती हैं। डॉक्टर की सलाह और फॉलो-अप स्कैन को फॉलो करें। खुद को तनावमुक्त और मानसिक रूप से शांत रखें। परिवार और साथी का सपोर्ट इस दौरान बहुत मददगार साबित हो सकता है। अगर प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव है लेकिन अल्ट्रासाउंड में हार्टबीट नहीं दिख रही है, तो यह आमतौर पर चिंता की बात नहीं है। बच्चे की हार्टबीट का दिखना जेस्टेशनल हफ्तों पर निर्भर करता है। सही समय पर फॉलो-अप अल्ट्रासाउंड करवाएं और मानसिक रूप से शांत रहें।  


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Content Editor

Priya Yadav

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