Air India के पायलट को लैंडिंग के वक्त आया Cardiac Arrest, एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप

punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 04:21 PM (IST)

नारी डेस्क: सिर्फ 30 साल की उम्र, हाल ही में हुई शादी और एक उड़ान जो हमेशा के लिए उनकी आखिरी बन गई। एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक युवा पायलट की अचानक हार्ट अटैक से मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना सिर्फ एविएशन इंडस्ट्री के लिए नहीं, बल्कि हर उस युवा के लिए चेतावनी है जो खुद को सेहतमंद समझ कर अपनी सेहत की अनदेखी करता है। बताया जा रहा है कि यह पायलट श्रीनगर से दिल्ली के लिए उड़ान संचालित कर रहे थे। फ्लाइट लैंड कराने के कुछ ही देर बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें सीने में तेज दर्द और बेचैनी महसूस हुई। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक जवान जिंदगी इस तरह अचानक खत्म हो जाना एक बहुत बड़ा झटका है।

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युवा उम्र में बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा

इस घटना ने एक बार फिर ये डरावनी सच्चाई सामने रख दी है कि अब हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट सिर्फ बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं रह गया है। अब यह 30-35 की उम्र पार कर चुके युवाओं में भी तेजी से बढ़ता खतरा बन चुका है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से इस घटना पर शोक जताया गया है और कहा गया है कि वे मृत पायलट के परिवार की हर संभव मदद करेंगे।

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कार्डियक अरेस्ट क्या होता है?

बहुत से लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट को एक ही समझते हैं लेकिन दोनों अलग स्थितियां होती हैं। कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब दिल की धड़कन अचानक रुक जाती है, जिससे शरीर में खून का संचार बंद हो जाता है। यह एक आपातकालीन स्थिति होती है, जिसमें अगर तुरंत CPR (सीपीआर) या डिफिब्रिलेशन न मिले, तो कुछ ही मिनटों में इंसान की मौत हो सकती है।

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हालांकि यह हार्ट अटैक से अलग है, लेकिन कई बार हार्ट अटैक कार्डियक अरेस्ट की वजह भी बन सकता है। इसलिए इन दोनों स्थितियों को लेकर जागरूकता और समय पर इलाज बेहद ज़रूरी है।

आखिर 30+ उम्र में क्यों बढ़ रहा है खतरा?

भारतीय हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, भारत में 50% हार्ट अटैक के मामले ऐसे पुरुषों में आते हैं जो 50 साल से कम उम्र के होते हैं। इतना ही नहीं, करीब 25% केस ऐसे होते हैं जहां पीड़ित की उम्र 40 साल से भी कम होती है।ल इसका सबसे बड़ा कारण है आज की तनावपूर्ण और असंतुलित जीवनशैली। दिन-रात की भाग दौड़, नींद की कमी, जंक फूड और फास्ट फूड का ज्यादा सेवन, धूम्रपान, शराब, और शारीरिक गतिविधियों की कमी, ये सब मिलकर दिल की सेहत को तेजी से खराब कर रहे हैं। पायलट जैसी जॉब्स में ये खतरा और ज्यादा होता है, क्योंकि वहां शिफ्टिंग ड्यूटी, लगातार यात्रा, कम आराम और अनियमित खानपान जैसी समस्याएं आम होती हैं। शरीर को ना तो सही समय पर नींद मिलती है, ना पोषण।

खुद को कैसे सुरक्षित रखें?

ऐसी दुखद घटनाएं यह संकेत हैं कि अब सेहत को नजरअंदाज करने का समय नहीं रहा। अपनी सेहत को लेकर जागरूक होना और समय पर जांच करवाना अब जीवन का हिस्सा होना चाहिए। अगर आपके परिवार में दिल की बीमारी का कोई इतिहास है, तो आपको और ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है। आज की जीवनशैली में सभी को नियमित हेल्थ चेकअप, संतुलित आहार, रोजाना व्यायाम और पर्याप्त नींद को प्राथमिकता देनी चाहिए। तंबाकू, शराब और तनाव से दूर रहना बहुत जरूरी है। सिर्फ दिखने में फिट होना काफी नहीं है, अंदर से स्वस्थ होना सबसे जरूरी है।

इस पायलट की अचानक मौत सिर्फ एक खबर नहीं है, यह हर युवा के लिए एक जिंदा चेतावनी है। जब 30 साल की उम्र में भी हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थिति सामने आ सकती है, तो हमें सोचना होगा कि हमारी जीवनशैली कितनी असंतुलित हो चुकी है।


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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