खाया पिया नहीं पचता तो ये 1 पत्ता रोज चबाकर खाएं, ना कब्ज रहेगी ना एसिडिटी

punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 03:41 PM (IST)

 नारी डेस्क: आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हम स्वाद के चक्कर में अपनी सेहत, खासकर पाचन तंत्र की सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। अनियमित खानपान, फास्ट फूड, ज्यादा तला-भुना खाना और तनावपूर्ण दिनचर्या के कारण गैस, पेट फूलना, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। लेकिन आयुर्वेद और पारंपरिक भारतीय ज्ञान के अनुसार, एक साधारण सा पत्ता  पान का पत्ता  इन सबका समाधान बन सकता है। जो लोग खाने के बाद गैस, पेट फूलने या कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं, उन्हें भोजन के बाद एक पान का पत्ता चबाना चाहिए। यह एक पारंपरिक लेकिन अत्यधिक प्रभावशाली तरीका है, जो पाचन को सुधारने में मदद करता है और पेट को हल्का महसूस कराता है।

पान का पत्ता कैसे करता है पाचन तंत्र को मजबूत?

पान के पत्ते में मौजूद प्राकृतिक तत्व लार के स्राव को बढ़ाते हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया मुंह से ही शुरू हो जाती है। इससे भोजन ठीक से चबता है और पेट में पाचन एंजाइम अधिक सक्रिय हो जाते हैं। यह प्रक्रिया भोजन के जल्दी पचने और गैस बनने से रोकने में मदद करती है।

गैस और ब्लोटिंग से राहत

खाने के बाद अगर आपको पेट भारी या फूला हुआ महसूस होता है, तो पान का पत्ता इसमें तुरंत राहत दे सकता है। इसके गुण गैस को कम करते हैं और आंतों में सूजन को नियंत्रित करते हैं। इससे पेट हल्का महसूस होता है और दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।

PunjabKesari

एसिडिटी और जलन में असरदार

पान के पत्ते में एंटी-एसिडिक गुण होते हैं जो पेट की जलन और एसिडिटी को कम करने में सहायक होते हैं। यह पेट की अम्लता को संतुलित करता है और पाचन क्रिया को सामान्य बनाए रखता है। खासतौर पर तले-भुने या मसालेदार खाने के बाद यह बहुत उपयोगी साबित होता है।

कब्ज को दूर करने में रामबाण इलाज

 पान का पत्ता आंतों की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जिससे भोजन तेज़ी से पचता है और मल आसानी से बाहर निकलता है। इससे कब्ज की समस्या में राहत मिलती है और पेट पूरी तरह साफ रहता है।

ये भी पढ़ें:  डॉक्टर ने किया दांतों का X-ray, बच्ची की रिपोर्ट देख मां के उड़े होश

भूख बढ़ाने में सहायक

जिन लोगों को भूख नहीं लगती, उनके लिए भी पान का पत्ता एक असरदार उपाय है। यह लार और पाचन रसों के स्राव को बढ़ाकर भूख को उत्तेजित करता है। नियमित रूप से सेवन करने से भूख बढ़ती है और शरीर की पोषण ग्रहण करने की क्षमता सुधरती है।

ओरल हेल्थ और बैक्टीरिया से सुरक्षा

पान का सेवन न सिर्फ पाचन में बल्कि मुंह की सफाई और बैक्टीरिया से लड़ने में भी मदद करता है। इसमें मौजूद तत्व मुंह की दुर्गंध, मसूड़ों की सूजन और बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। इससे ओरल हेल्थ बेहतर होती है और सांस भी ताज़ा रहती है।

PunjabKesari

नसों और दिमाग के लिए फायदेमंद

इस पत्ते के सेवन से नसों की जकड़न यानी नर्व स्टिफनेस कम होती है। यह न्यूरोलॉजिकल समस्याओं को भी कम करने की क्षमता रखता है। इसका सेवन दिमाग को शांत और सतर्क बनाता है, मूड सुधारता है और तनाव को कम करता है।

अस्थमा, स्किन और कैंसर में भी कारगर

पान का पत्ता अस्थमा के मरीज़ों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह सूजन को कम करता है। त्वचा संबंधी समस्याओं में भी यह असर दिखाता है  इसे पीसकर घाव या फोड़े-फुंसी पर लगाया जा सकता है। साथ ही, इसमें एंटी-कैंसर गुण भी पाए गए हैं, जो इसे एक संपूर्ण औषधीय पत्ता बनाते हैं।

PunjabKesari

कैसे करें सेवन?

भोजन के बाद रोज़ाना 1 से 2 पान के पत्ते चबाना चाहिए। ध्यान रखें कि पान में तंबाकू या हानिकारक सुपारी न हो। सादा पान या उसमें गुलकंद, कत्था, हल्का चूना डालकर सेवन किया जा सकता है। यह पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है। अगर आप गैस, कब्ज, एसिडिटी या भूख न लगने जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो पान का पत्ता आपके लिए एक सरल, सस्ता और असरदार उपाय हो सकता है। इसके नियमित सेवन से न सिर्फ पाचन तंत्र बेहतर होता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।

(Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।)  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static