पीरियड्स के दौरान पिंपल्स होने के कारण, जानें बचाव के तरीके

punjabkesari.in Tuesday, Sep 24, 2024 - 04:03 PM (IST)

नारी डेस्क: क्या आपने कभी सोचा है कि मासिक धर्म के दौरान आपके चेहरे पर अचानक पिंपल्स क्यों निकल आते हैं? महिलाओं में पीरियड्स के समय हार्मोनल परिवर्तन कई शारीरिक बदलाव लाते हैं, जिनमें से एक आम समस्या है मुंहासे। यह समस्या खासकर किशोरावस्था और युवावस्था में अधिक देखने को मिलती हैं। आज हम जानेंगे कि ये पिंपल्स क्यों होते हैं और इन्हें कैसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। तो चलिए, इस महत्वपूर्ण विषय पर गहराई से चर्चा करते हैं!

पीरियड्स के दौरान पिंपल्स के कारण

हार्मोनल परिवर्तन

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन, विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में बदलाव, त्वचा पर कई प्रभाव डाल सकते हैं। इन हार्मोनों की मात्रा में वृद्धि त्वचा की ग्रंथियों द्वारा तेल उत्पादन को बढ़ा देती है, जिससे पिंपल्स और मुंहासों का खतरा बढ़ जाता है। इस समय, त्वचा अधिक तैलीय हो जाती है, जिससे ब्लॉकेज और संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है, और यही कारण है कि पीरियड्स के दौरान मुंहासे अक्सर अधिक दिखाई देते हैं।

PunjabKesari

एंड्रोजन हार्मोन का प्रभाव

पीरियड्स के पहले और दौरान, एंड्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है, जो त्वचा की ग्रंथियों को सक्रिय करता है। इस बढ़े हुए हार्मोन के कारण तेल उत्पादन में वृद्धि होती है, जिससे त्वचा अधिक तैलीय हो जाती है। परिणामस्वरूप, यह स्थिति पिंपल्स और मुंहासों के विकास के लिए अनुकूल होती है, क्योंकि अतिरिक्त तेल और मृत त्वचा कोशिकाएं मिलकर पोर्स को बंद कर देती हैं, जिससे सूजन और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

तनाव

पीरियड्स के दौरान तनाव और चिंता न केवल मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं, बल्कि ये हार्मोनल असंतुलन को भी बढ़ा सकते हैं। जब शरीर तनाव में होता है, तो कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन का लेवल बढ़ता है, जो अन्य हार्मोनों के संतुलन को प्रभावित करता है। इसका परिणाम यह होता है कि तेल ग्रंथियों की गतिविधि बढ़ जाती है, जिससे पिंपल्स की समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है। इसलिए, तनाव को प्रबंधित करना न केवल मानसिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि त्वचा की सेहत के लिए भी महत्वपूर्ण है।

PunjabKesari

आहार और जीवनशैली

फास्ट फूड, चॉकलेट, और उच्च शर्करा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन पिंपल्स को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, नींद की कमी और कम पानी पीना भी समस्या को बढ़ा सकता है। या फिर यदि कोई पहले से ही एक्ने या अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं से ग्रसित है, तो पीरियड्स के दौरान इन समस्याओं का बढ़ना सामान्य है।

पिंपल्स से कैसे करें बचाव

बाहर का न खाएं

अगर आप भी चाहते हैं कि आपको पीरियड्स के दौरान पिंपल्स न हो तो बाहर का अनहेल्दी फूड न खाएं। पीरियड्स से करीब 1 हफ्ते पहले से बाहर का खाना खाना बंद कर दें।

PunjabKesari

ये भी पढ़ें- क्या आप भी पीरियड्स में दर्द की दवाएं ले रही हैं? जानिए इसके छिपे हुए नुकसान

एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज करने से भी आप पीरियड्स के दौरान होने वाले पिंपल्स को रोक सकते हैं। इसके अलावा ये आपको पेट दर्द से भी राहत दिलाता है। आप पीरियड्स के समय योग या एक्सरसाइज कर सकते हैं, जिससे नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही मिल सकेगा।

हाइड्रेटेड रहें

पीरियड्स के दौरान शरीर में डिहाइड्रेशन होने लगता है जिसके कारण भी चेहरे पर अनचाहे पिंपल्स होने लगते हैं। इसके लिए खूब पानी और जूस का सेवन करें। कोशिश करें कि दिनभर में 4 से 5 लीटर पानी पी लें।

PunjabKesari

हेल्दी डाइट

हमारे खानपान का सीधा असर हमारे चेहरे पर पड़ता है। अगर आप ज्यादा जंक फूड खाते हैं तो इससे आपके चेहरे पर पिंपल्स होने लगते हैं इसलिए आयरन और फाइबर रिच डाइट लेनी चाहिए जैसे हरी सब्जी, मीट, मछली, अंडे, बीन्स आदि।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static