अभी वह जिंदा हैं! वैजयंतीमाला की मौत की खबर सुन झटके में आए लोग, झूठ देख नाराज हुआ बेटा
punjabkesari.in Friday, Mar 07, 2025 - 06:42 PM (IST)

नारी डेस्क: सोशल मीडिया पर कभी भी कुछ भी वायरल हो जाता है, कुछ लोग तो किसी के मरने की झूठी खबरें फैलाने में भी देर नहीं करते हैं। आज सोशलम मीडिया यूजर्स उस समय हैरान रह गए जब दिग्गज अदाकारा-नृत्यांगना वैजयंतीमाला बाली के निधन की खबर सामने आई। हालांकि उनके परिवार ने इस तरह की खबरों का खंडन किया और लोगों को इस तरह की झूठी बातें फैलाने की भी नसीहत दी।
कर्नाटक संगीतकार गिरिजाशंकर सुंदरेशन ने शुक्रवार को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा- ‘‘डॉ. वैजयंतीमाला बाली स्वस्थ हैं और इसके विपरीत कोई भी खबर झूठी है। साझा करने से पहले कृपया खबर के स्रोत की पुष्टि कर लें। कृपया बेबुनियाद अफ़वाहें फैलाना बंद करें।'' यह स्टोरी नंदिनी बाली ने साझा की, जो वैजयंतीमाला के इकलौते बेटे सुचिन्द्र बाली की पत्नी हैं। वैजयंतीमाला ने 1949 में तमिल फिल्म ‘वाजकाई' से अपने करियर की शुरुआत की थी और इसके बाद उन्होंने तमिल, तेलुगु तथा हिंदी फिल्मों में अभिनय किया।
बिमल रॉय की ‘देवदास' (1955) में चंद्रमुखी की भूमिका के लिए उन्हें व्यापक पहचान मिली। इस भूमिका के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। हालांकि, उन्होंने कथित तौर पर पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया और कहा कि वह ‘‘सहायक अभिनेत्री'' नहीं हैं। ‘देवदास' में वैजयंतीमाला की सफलता ने उनके लिए उस समय के प्रमुख नायकों के साथ और अधिक हिंदी फिल्मों में काम करने का मार्ग प्रशस्त किया, जिससे उन्हें अपार प्रसिद्धि और स्टारडम मिला। अपने करियर के चरम पर, वैजयंतीमाला ने अभिनेता राज कपूर के पारिवारिक चिकित्सक डॉ. चमनलाल बाली से विवाह करने के बाद अभिनय से संन्यास ले लिया था। बाद में, वह 1984 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गईं लेकिन 1999 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया तथा उसी वर्ष भाजपा में शामिल हो गईं। वर्ष 1968 में पद्मश्री से सम्मानित वैजयंतीमाला को 2024 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।