बार-बार कान को छू रहा है बच्चा तो इस तरह समझें उसकी परेशानी

punjabkesari.in Friday, Sep 06, 2024 - 02:29 PM (IST)

नारी डेस्क: अगर छोटा बच्चा बार-बार अपने कान में हाथ डाल रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि उसे कान में दर्द या कोई असुविधा हो रही है। छोटे बच्चे अपनी तकलीफ को सीधे व्यक्त नहीं कर पाते, इसलिए ऐसे संकेतों पर ध्यान देना जरूरी होता है। कान में दर्द के कई संभावित कारण हो सकते हैं, और इनका समय पर इलाज किया जाना चाहिए।

 कान में दर्द के संभावित कारण

कान में संक्रमण (Ear Infection)

 बच्चों में कान का संक्रमण आम समस्या है, जिसे ओटिटिस मीडिया (Otitis Media) कहा जाता है। यह संक्रमण कान के अंदर की हवा वाली जगह में होता है, जिसे मिडिल ईयर कहते हैं।  संक्रमण अक्सर सर्दी या फ्लू के बाद होता है, जब बैक्टीरिया या वायरस ईयर ड्रेन से कान में फंस जाते हैं और सूजन या दर्द पैदा करते हैं। इससे कान में तरल पदार्थ जमा हो जाता है, जिससे असुविधा होती है।

कान में वैक्स 

कभी-कभी कान में अधिक मात्रा में वैक्स (मोम) जमा हो जाने से भी बच्चे को कान में असुविधा हो सकती है। यह वैक्स ईयर कैनाल में जमा होकर दर्द, खुजली, या कान में बंद जैसा महसूस करा सकता है।
  
साइनस संक्रमण 

 साइनस और कान आपस में जुड़े होते हैं, इसलिए अगर बच्चे को साइनस संक्रमण है, तो इसका प्रभाव कानों पर भी पड़ सकता है। इससे कान में दबाव, दर्द, और असुविधा हो सकती है।

दांत निकलना 

 छोटे बच्चों में दांत निकलने के दौरान भी कान में दर्द हो सकता है। दांत निकलने की प्रक्रिया के दौरान मसूड़े में दर्द होता है, जो कानों तक पहुंच सकता है, और बच्चा कान में हाथ डालकर अपनी असुविधा व्यक्त करता है।

फ्लू या सर्दी

सर्दी या फ्लू होने के कारण भी कान में दर्द हो सकता है, क्योंकि सर्दी के दौरान नाक और गले में जमा म्यूकस ईस्टाचियन ट्यूब को बंद कर सकता है, जिससे कान में दबाव बनता है।

कान में चोट या जलन

बच्चे कभी-कभी अपने कान में छोटी-छोटी चीजें डाल देते हैं, जैसे खिलौने के छोटे हिस्से, जिससे कान में चोट या जलन हो सकती है। इससे दर्द या असुविधा हो सकती है।

 कान के दर्द का बचाव और इलाज

 - अगर बच्चा लगातार कान में हाथ डाल रहा है और दर्द का संकेत दे रहा है, तो सबसे पहले बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर जाएं। डॉक्टर कान का निरीक्षण करके सही कारण का पता लगाएंगे और उचित उपचार देंगे।
   
 - कान में वैक्स जमने से बचने के लिए बच्चे के कानों की स्वच्छता पर ध्यान दें, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के कभी भी कान में कोई वस्तु न डालें, जैसे कान की सफाई करने वाली रॉड। अधिक वैक्स की समस्या होने पर डॉक्टर से ही कान की सफाई कराएं।

- अगर कान में संक्रमण पाया जाता है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक दवाइयाँ, या ईयर ड्रॉप्स दे सकते हैं। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का समय पर उपयोग करें।

- अगर कान का दर्द सर्दी या फ्लू के कारण है, तो सर्दी या फ्लू का इलाज करने के लिए दवाइयां दें। बच्चे को गर्म सूप या हल्की ठंडी दवाएं देने से उसकी हालत में सुधार हो सकता है।

- अगर कान का दर्द दांत निकलने के कारण हो रहा है, तो ठंडे टीथिंग टॉयज़ का उपयोग करें या डॉक्टर से सलाह लेकर दर्द निवारक जेल लगाएं। इससे दांत निकलने का दर्द कम हो सकता है और कान की असुविधा भी कम हो सकती है।

- कान में दर्द होने पर कान के ऊपर गर्म पानी में भिगोया हुआ साफ कपड़ा या तौलिया रखें। इससे कान के दर्द में कुछ राहत मिल सकती है।

 - बच्चे को समझाएं कि वह कान में कोई वस्तु न डालें, और अगर बच्चा बहुत छोटा है, तो इस पर निगरानी रखें कि वह कान में कुछ न डाले। इससे चोट या संक्रमण का खतरा कम होगा।

कब डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें

- अगर कान का दर्द 1-2 दिनों में ठीक नहीं होता या बच्चा बहुत परेशान हो रहा हो।
- कान से मवाद या खून आ रहा हो।
- बच्चे को सुनाई देना कम हो गया हो।
- बच्चे को बुखार के साथ कान में दर्द हो रहा हो।

बच्चों के कानों का दर्द सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसका सही समय पर इलाज और देखभाल जरूरी है। अगर बार-बार ऐसी समस्या होती है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर इसके पीछे के कारण की जांच कराएं और उचित इलाज करवाएं।


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vasudha

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