15 साल की बेटी को जरूर बताएं, ये 5 महत्वपूर्ण बातें
punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2025 - 04:48 PM (IST)

नारी डेस्क: पेरेंट्स का सबसे बड़ा कर्तव्य होता है अपने बच्चों को सही तरीके से परवरिश देना, ताकि वे जीवन में सफल हो सकें। खासकर जब आपकी बेटी 15 साल की हो जाती है, तो वह किशोरावस्था के दौर में प्रवेश करती है। इस समय उसे कुछ खास बातें बतानी बहुत जरूरी होती हैं, जो उसकी समझ और आत्मविश्वास को मजबूत बनाएंगी। कई बार पेरेंट्स को इन बातों को बताने में झिझक होती है, लेकिन यह जानना जरूरी है कि इन्हें समय रहते बताना जरूरी है ताकि बाद में कोई असहजता न हो और बेटी को इन विषयों की पूरी जानकारी मिल सके।
मासिक धर्म की पूरी जानकारी
15 साल की उम्र में बेटी मासिक धर्म को समझने के लिए तैयार हो जाती है। उसे यह बताना बहुत जरूरी है कि पीरियड्स क्यों आते हैं, इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं। इसके साथ ही उसे यह भी समझाना चाहिए कि यह एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है, और यह उसकी सेहत के लिए जरूरी है। इस बारे में उसे स्वच्छता और व्यक्तिगत देखभाल के उपाय भी सिखाने चाहिए।
किशोरावस्था के बदलाव
किशोरावस्था के दौरान शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं, जिन्हें समझने में लड़कियां खुद से दिक्कत महसूस कर सकती हैं। इसलिए बेटी को इस उम्र में होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलावों के बारे में जानकारी देना जरूरी है। उन्हें यह समझाना कि इन बदलावों के साथ बढ़ते हुए आत्म-सम्मान और जिम्मेदारी को भी समझे। इस समय में उसका मूड स्विंग होना, शारीरिक बदलावों से परेशान होना सामान्य है।
ये भी पढ़ें: खून की कमी से जूझ रहे 40% बच्चे: WHO ने किया खतरनाक आंकड़े का खुलासा
गुड टच और बैड टच की समझ
यह समय होता है जब बेटी को गुड टच (अच्छा छूना) और बैड टच (खराब छूना) की पहचान सिखानी चाहिए। यह सबसे उपयुक्त उम्र है जब आप उसे यह जानकारी दें कि क्या व्यवहार सही है और क्या नहीं। इसे समझना लड़की के लिए सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। इस बारे में उसे यह भी समझाना चाहिए कि अगर कभी भी उसे किसी से असहज महसूस हो, तो उसे तुरंत पेरेंट्स से बात करनी चाहिए।
दूसरों के शब्दों को समझना
बेटी को यह सिखाना जरूरी है कि वह सामने वाले व्यक्ति के शब्दों और शरीर के हाव-भाव से समझ सके कि उनका इरादा क्या हो सकता है। यह उसे समाज में सुरक्षित रहने और सही निर्णय लेने में मदद करेगा। साथ ही, उसे यह भी बताएं कि किसी के शब्दों को लेकर भावनाओं को ज़्यादा तवज्जो ना दें, बल्कि उन्हें अपनी खुद की सोच और आत्मविश्वास से परखें।
अनजान लोगों से बात करने का तरीका
अब जब आपकी बेटी 15 साल की हो गई है, तो उसे यह सिखाना जरूरी है कि अनजान लोगों से कैसे बात करनी चाहिए। इससे उसकी संवाद क्षमता बेहतर होगी और यह उसे भविष्य में करियर बनाने में भी मदद करेगा। उसे यह भी समझाना चाहिए कि कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपने व्यक्तिगत विवरण नहीं देने चाहिए, जैसे घर का पता, स्कूल का नाम आदि।
ऑनलाइन सुरक्षा और सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल
आजकल के डिजिटल युग में ऑनलाइन सुरक्षा पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है। 15 साल की बेटी को यह सिखाएं कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के व्यक्तिगत जानकारी का शेयर करना गलत हो सकता है। उसे यह बताएं कि ऑनलाइन लोगों से बातचीत में हमेशा सतर्क रहना चाहिए, और किसी भी तरह के असामान्य संदेश या कृत्यों को इग्नोर करना चाहिए।
जीवन में लक्ष्य और करियर के बारे में सोचने की अहमियत
जब आपकी बेटी 15 साल की हो जाती है, तो यह समय है उसे अपने भविष्य के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करने का। उसे यह सिखाएं कि अपने लक्ष्यों को निर्धारित करना और उन तक पहुंचने के लिए कठिन मेहनत करना कितना जरूरी है। यह उसे आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। उसे यह समझाएं कि जीवन में एक उद्देश्य होना चाहिए, और उस उद्देश्य की दिशा में हर दिन कुछ कदम बढ़ाने चाहिए।
पैसे का महत्व
बेटी को यह सिखाना कि पैसे का महत्व क्या है और उसे कैसे सही तरीके से खर्च करना चाहिए, यह भी बहुत जरूरी है। इस उम्र में उसे अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं के बीच अंतर करना चाहिए और बचत के महत्व को समझाना चाहिए। यह उसे भविष्य में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी और सलाह के लिए है। यह किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। बेहतर जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श करें।