मासूमों के लिए जानलेवा बन रहा है कैंसर ! 15 में से एक बच्चे की  इलाज के दौरान हो जाती है मौत

punjabkesari.in Saturday, Jul 29, 2023 - 11:51 AM (IST)

कैंसर एक जानलेवा बीमारी बनती जा रही है। इन दिनों यह बच्चों को भी अपनी चपेट में ल रहा है।  एक नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कम और मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में कैंसर पीड़ित 15 बच्चों में से एक बच्चे की उपचार संबंधी जटिलताओं के कारण मौत हो जाती है। यह नया अध्ययन ‘द लैंसेट ऑनकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।


45 प्रतिशत बच्चों की उपचार के दौरान हो रही मौत

अध्ययन में कहा गया है कि  एलएमआईसी में कैंसर पीड़ित कम से कम 45 प्रतिशत बच्चों में उपचार संबंधी मृत्य के मामले हैं वहीं उच्च आय वाले देशों में ये आंकड़ा तीन से पांच प्रतिशत के बीच है। इस अध्ययन में 21 वर्ष तक की आयु के कैंसर पीडितों में उपचार संबंधी मृत्य के ब्योरे वाले 501 लेखों का भी अध्ययन किया गया। अध्ययन में कहा गया कि उच्च मध्यम आय वाले देशों में वक्त के साथ उपचार संबंधी मृत्य के मामले कम हुए हैं, लेकिन एलएमआईसी में इसमें कोई परिवर्तन नहीं आया है। 

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बच्चों को लेकर बढ़ी चिंता

अध्ययन में कैंसर पीड़ित बच्चों के जीवन के बारे में इस वैश्विक असमानताओं को कम करने के वास्ते लक्षित देखभाल कदमों की तात्कालिक आवश्यकता पर जोर दिया गया है। अध्ययन के अनुसार उपचार संबंधी मृत्य के मामले 6.82 प्रतिशत हैं। कम आय वाले देशों में उपचार की जटिलताओं के कारण मृत्य के मामले 14.19 प्रतिशत, निम्न मध्यम आय वाले देशों में ये आंकड़ें 9.21 प्रतिशत तथा उच्च मध्यम आय वाले देशों में ये आंकड़ा 4.47 प्रतिशत हैं। 

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बच्चों को किस कैंसर का खतरा ज्यादा?

शोध के अनुसार, बच्चों में ब्लड कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया, होज्किन्ज लिम्फोमा, साकोर्मा और एंब्रायोनल ट्यूमर के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। इसके अलावा बच्चों में बोन कैंसर (हड्डियों का कैंसर), नर्वस सिस्टम ट्यूमर, न्यूरोब्लास्टोमा, रैब्डोमायोसरकोमा, रेटिनोब्लास्टोमा के मामले भी देखने को मिलते हैं। ब्लड और ब्रेन कैंसर बच्चों में होने वाला सबसे आम कैंसर है। लड़कों के मामले में सबसे आम ल्यूकेमिया और लिम्फोमा है, जबकि लड़कियों में ल्यूकेमिया और ब्रेन ट्यूमर कैंसर से आम है।


कैंसर के लक्षण

- सुबह के समय बच्चे का दिल खराब होना व उल्टी करना।  

- हड्डियों में दर्द होने से रात को सोने में मुश्किल आना। 

- शरीर व आने पर पीलापन बढ़ना, बिना वजह चोट के निशान, नाक या मुंह से खून बहना। 

- शरीर में कमजोरी होने से किसी भी चीज को उठाने में दिक्कत होना। साथ ही अचानक से बच्चे का लंगड़ाकर चलना। 

- बच्चे को पीठ दर्द की शिकायत होना। 

- बिना किसी कारण लगातार बुखार, सर्दी, खांसी आदि बीमारी की चपेट में आना। 

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बच्चों को कैंसर से बचाने के लिए क्या करें...

-मोटापा कैंसर का सबसे बड़ा कारण है इसलिए बच्चों में वजन बढ़ने ना दें।

-बच्चों को सही समय पर सोने, उठने, नियमित एक्सरसाइज करने की आदत डालें।

-रिफाइंड चीनी, तेज नमक, कोल्ड ड्रिंक्स, जंक फूड्स से दूर रखें।

-अगर बच्चा 15 दिनों से ज्यादा सिर में दर्द की शिकायत करें तो ऐसे में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। 


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Content Writer

vasudha

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