कैंसर से होने वाली 70% मौतों की वजह सिर्फ एक गलती , डॉक्टरों की चेतावनी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 02:22 PM (IST)

 नारी डेस्क:  हाल ही में दिल्ली में आयोजित हेल्थकेयर होराइजन 2.0 सम्मेलन में देश के नामी डॉक्टरों और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कैंसर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि भारत में कैंसर से होने वाली करीब 70 फीसदी मौतों का कारण सिर्फ एक बड़ी गलती है  देर से पहचान। अगर समय पर बीमारी का पता चल जाए, तो लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है।

कैंसर की शुरुआती पहचान है सबसे जरूरी

डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर एक धीमी गति से बढ़ने वाली बीमारी है। अगर इसे शुरुआत में ही पकड़ लिया जाए, तो इलाज न केवल आसान होता है बल्कि कम खर्चीला और ज्यादा सफल भी साबित होता है। शुरुआत में दवाइयों, सर्जरी और रेडियोथेरेपी से कैंसर को पूरी तरह खत्म या कंट्रोल किया जा सकता है। उस वक्त कैंसर सिर्फ शरीर के एक हिस्से तक सीमित होता है, जिससे मरीज के पूरी तरह ठीक होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं शुरुआती लक्षण

कैंसर के शुरुआती लक्षण बहुत सामान्य होते हैं, जैसे – बार-बार थकान होना, बिना वजह वजन घटाना, शरीर में कोई गांठ बनना या खून आना। लोग इन लक्षणों को हल्के में लेकर नजरअंदाज कर देते हैं। यही सबसे बड़ी गलती है। जब तक बीमारी का पता चलता है, तब तक कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल चुका होता है और फिर इलाज कठिन, महंगा और लंबा हो जाता है।

दिल्ली में हुआ हेल्थकेयर होराइजन सम्मेलन

यह जानकारी दिल्ली में मेडीवेज हेल्थ फाउंडेशन द्वारा आयोजित "हेल्थकेयर होराइजन 2.0" सम्मेलन में दी गई। यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत 2047" विज़न के तहत किया गया। इस कार्यक्रम में देशभर के डॉक्टर, नीति-निर्माता और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भाग लिया और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को लेकर कई जरूरी सुझाव दिए।

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सर्वाइकल कैंसर से बचाव संभव है – वैक्सीन है असरदार

 सर्वाइकल कैंसर को HPV वैक्सीन के ज़रिए रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के साथ-साथ शुरुआती जांच जैसे पैप स्मीयर टेस्ट बेहद जरूरी है। यह कैंसर महिलाओं में आम है और समय पर बचाव संभव है। महिलाओं के लिए जरूरी है HPV टेस्ट और वैक्सीनेशन  एचपीवी टेस्ट जरूर करवाएं और वैक्सीनेशन कराएं। यह टेस्ट और वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा का पहला कदम है।

सही जीवनशैली से रोका जा सकता है कैंसर

डॉ. राकेश कुमार (वीएमएमसी और सफदरजंग हॉस्पिटल) ने बताया कि अगर लोग संतुलित खानपान, व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाएं, तो कैंसर जैसे रोगों से काफी हद तक बचा जा सकता है। वहीं, डॉ. अनिल कुमार धर (मारेंगो एशिया हॉस्पिटल्स) ने बताया कि भारत में अब CAR-T Cell Therapy जैसे उन्नत इलाज भी उपलब्ध हो रहे हैं, जिससे इलाज के विकल्प और बेहतर हुए हैं।

युवाओं के लिए कैंपेन: "बनेगी रील, बचेगी जान"

कार्यक्रम में एक खास सोशल मीडिया कैंपेन की भी शुरुआत की गई – "बनेगी रील, बचेगी जान"। इसका मकसद युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए कैंसर के प्रति जागरूक करना है। इस कैंपेन में युवाओं को कैंसर से जुड़ी जानकारी वाली रील्स और पोस्ट बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग सचेत हो सकें।

कैंसर से बचाव के 3 बड़े सुझाव

सम्मेलन में एक्सपर्ट्स ने कैंसर से बचाव के लिए तीन प्रमुख उपाय बताए

जल्दी पहचान और वैक्सीनेशन को बढ़ावा देना – जैसे मैमोग्राफी, पैप स्मीयर, एंडोस्कोपी और ब्लड टेस्ट से समय पर कैंसर पकड़ में आ सकता है।

कार्यस्थल पर सेहत को प्राथमिकता देना – स्वस्थ कर्मचारी ही बेहतर प्रदर्शन करते हैं, इसलिए हेल्थ चेकअप को नौकरी का हिस्सा बनाना चाहिए।

बीमा और CSR योजनाओं से इलाज को सुलभ बनाना – ताकि हर वर्ग के लोगों को इलाज सस्ती दरों पर मिल सके।

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अगर भारत में लोग नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं, शुरुआती लक्षणों को हल्के में न लें और समय पर डॉक्टर से सलाह लें, तो कैंसर से होने वाली मौतों को बड़ी संख्या में रोका जा सकता है। सही जानकारी और सावधानी से ही हम इस गंभीर बीमारी से लड़ सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।  


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Content Editor

Priya Yadav

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