50 की उम्र में महिलाओं को कैसी डाइट लेनी चाहिए? करीना कपूर की न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया...
punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 04:26 PM (IST)
नारी डेस्क: 50 साल की उम्र में पहुँचते ही महिलाओं के शरीर में कई बड़े बदलाव शुरू हो जाते हैं। मेनोपॉज़ के कारण हार्मोनल फ्लक्चुएशन, स्लो मेटाबॉलिज्म और कम एनर्जी जैसी समस्याएँ आम होती हैं। ऐसे में सही खान–पान बेहद जरूरी हो जाता है। करीना कपूर की न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर कहती हैं कि 50 के बाद महिलाओं को किसी फैंसी डाइट या इंटरनेट ट्रेंड का पीछा करने की जरूरत नहीं है। सबसे अच्छा समाधान आपके खुद के किचन में ही मौजूद है। अपनी एक पोस्ट में उन्होंने यह बताया कि महिलाओं को अपने खाने में क्या-क्या शामिल करना चाहिए।
नाश्ता कभी भी स्किप न करें
सुबह का नाश्ता आपके पूरे दिन की ऊर्जा तय करता है। रुजुता दिवेकर के अनुसार, 50 की उम्र में महिलाओं को नाश्ता कभी छोड़ना नहीं चाहिए। वह कहती हैं कि नाश्ता तवे या कड़ाही में बना होना चाहिए, ताकि खाने की पौष्टिकता बनी रहे। मिक्सर-ग्राइंडर वाले फूड्स पर ज्यादा निर्भर रहने से फाइबर और टेक्सचर का फायदा नहीं मिल पाता।
किचन में ही मिलते हैं सबसे हेल्दी ऑप्शन
50 की उम्र में महिलाओं को बाहरी डाइट ट्रेंड्स से बचने की सलाह दी जाती है। रुजुता कहती हैं कि आपके घर की दाल, सब्जी, रोटी, खिचड़ी, उपमा या पोहा सब कुछ बेहद सेहतमंद है। ये न केवल पौष्टिक हैं, बल्कि आसानी से पचते भी हैं और शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा देते हैं। भारतीय घर का खाना महिलाओं की बढ़ती उम्र में सबसे सही विकल्प माना जाता है।
मूंगफली ज़रूर शामिल करें
रुजुता दिवेकर के अनुसार, मूंगफली 50 से ऊपर की महिलाओं के लिए एक सुपरफूड है। एक मुट्ठी मूंगफली शाम के स्नैक के तौर पर चाय या कॉफी के साथ ली जा सकती है। यह पाचन को मजबूत करती है, स्किन और बालों की क्वालिटी सुधारती है और शरीर को बढ़िया प्रोटीन देती है। मूंगफली का नियमित सेवन महिलाओं को एक्टिव और एनर्जेटिक रखने में मदद करता है।
रात के खाने में चावल और दालें शामिल करें
अक्सर माना जाता है कि रात में चावल नहीं खाना चाहिए, लेकिन रुजुता इस सोच से बिल्कुल सहमत नहीं हैं। वे कहती हैं कि रात में चावल के साथ दाल, चना, लोबिया या मूंग दाल शामिल करनी चाहिए। यह कॉम्बिनेशन न सिर्फ पचने में आसान है, बल्कि नींद को बेहतर बनाता है और हार्मोनल बैलेंस को भी सपोर्ट करता है। 50 की उम्र की महिलाओं के लिए यह डिनर सबसे बेहतर माना जाता है।
छाछ पाचन सुधारने की औषधि है
50 के बाद पाचन की समस्याएँ जैसे गैस, एसिडिटी और पेट फूलना आम हो जाती हैं। ऐसे में छाछ या चास बेहद फायदेमंद है। रुजुता दिवेकर सलाह देती हैं कि रात में चावल के साथ घर की बनी छाछ जरूर लें। यह गट हेल्थ सुधारती है, भोजन जल्दी पचाती है और दिन भर की थकान दूर करती है। छाछ प्राकृतिक प्रीबायोटिक की तरह काम करती है।
घर का खाना सबसे बेहतर है
इस उम्र में किसी भी तरह की कॉम्प्लिकेटेड या सख्त डाइट फॉलो करने की जरूरत नहीं है। रुजुता जोर देती हैं कि 50 की उम्र में सीधा-सादा, घर का बना खाना ही सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे न सिर्फ पाचन बेहतर होता है, बल्कि शरीर लंबे समय तक हेल्दी और फिट रहता है। घर का खाना शरीर को संतुलित, हल्का और एनर्जेटिक बनाए रखता है।

