वैज्ञानिकों का कमाल ! अब  टूटी हुई हड्डी को जोड़ने में लगेंगे सिर्फ 3 मिनट

punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 06:26 PM (IST)

नारी डेस्क:  इंसान शरीर मजबूत हड्डियों के सहारे खड़ा रहता है, अगर किसी की एक भी हड्डी टूट जाए तो वह लाचार जैसा महसूस करने लगता है । हड्डी टूटना कोई  छोटी बात नहीं है इसे ठीक होने में हफ्तों या महीनों का समय लगता है। वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसा ‘बोन ग्लू’ (Bone Glue) विकसित करने पर काम शुरू किया है, जो हड्डियों के फ्रैक्चर को कुछ ही मिनटों में जोड़ सकता है। यह शोध हड्डी के इलाज के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।


क्या है बोन-02

चीन के एक ऑर्थोपेडिक सर्जन और उनकी टीम ने बोन-02 नामक एक गोंद विकसित किया है, जो सीपों की गीली सतहों पर चिपकने की प्राकृतिक क्षमता से प्रेरित है। सीप खुरदरी, पानी से भरी परिस्थितियों में भी चिपक जाते हैं, और इसी विचार ने शोधकर्ताओं को एक ऐसा गोंद तैयार करने में मदद की जो रक्त से भरपूर शल्य चिकित्सा क्षेत्र में भी टूटी हड्डियों को जोड़ सकता है।  150 से अधिक रोगियों पर परीक्षण किए गए, गोंद ने तनाव में भी मज़बूत जुड़ाव दिखाया, और केवल प्रयोगशाला परीक्षणों के बजाय वास्तविक सर्जरी में भी कारगर साबित हुआ।


कैसे करता है काम 

 यह गोंद जैसी परत बनाकर हड्डियों को मजबूती से जोड़ देता है। सामान्य तौर पर फ्रैक्चर को ठीक करने के लिए प्लास्टर, धातु की प्लेट, स्क्रू या रॉड का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें हफ्तों से महीनों का समय लगता है। लेकिन इस नए ‘बोन ग्लू’ से हड्डियां कुछ ही मिनटों में जुड़ सकती हैं और रोगी को लंबे समय तक प्लास्टर या बंधन की ज़रूरत नहीं होगी। एक केस के ट्रायल में तो यह पूरी प्रक्रिया 3 मिनट से भी कम वक्त में हो गई।


क्या है इसका फायदा

इससे  मरीज जल्दी सामान्य गतिविधियां कर पाएगा। इससे  धातु की प्लेट या स्क्रू लगाने की आवश्यकता घटेगी। इससे दर्द भी कम होगा और मरीज को लंबा बेड रेस्ट नहीं करना पड़ेगा। इससे  हड्डी की चोटों का इलाज आसान और तेज़ हो जाएगा।अभी यह तकनीक शोध और परीक्षण के चरण में है। इसे इंसानों पर पूरी तरह लागू करने से पहले और अध्ययन और सुरक्षा जांच की आवश्यकता होगी।


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vasudha

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