मीठा नहीं खाते फिर भी बढ़ रहा शुगर लेवल? आपकी ये 8 आदतें चुपचाप बढ़ा रही हैं डायबिटीज का खतरा
punjabkesari.in Friday, Nov 14, 2025 - 12:41 PM (IST)
नारी डेस्क : हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है ताकि लोगों को डायबिटीज के बढ़ते खतरे, इसके कारणों और रोकथाम के तरीकों के बारे में जागरूक किया जा सके। अक्सर लोग कहते हैं—“मैं तो मीठा भी नहीं खाता, फिर मेरी शुगर क्यों बढ़ रही है?” असल में, ब्लड शुगर बढ़ना सिर्फ मिठाई या शक्कर खाने पर निर्भर नहीं करता। कई ऐसी आदतें और स्थितियां हैं जो बिना मीठा खाए भी ग्लूकोज लेवल बढ़ा देती हैं। आइए जानते हैं कि बिना मीठा खाए भी आखिर किन कारणों से शुगर बढ़ सकती है।
सुबह की शुगर बढ़ना (Dawn Phenomenon)
सुबह 4 से 8 बजे के बीच शरीर में कॉर्टिसोल और ग्रोथ हार्मोन जैसे कुछ हार्मोन तेजी से बढ़ते हैं। ये हार्मोन लीवर को ज्यादा ग्लूकोज रिलीज़ करने का संकेत देते हैं, ताकि शरीर जाग सके और दिन की शुरुआत के लिए ऊर्जा मिल सके। लेकिन डायबिटीज वाले लोग इस अतिरिक्त ग्लूकोज को कंट्रोल करने के लिए पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाते, जिसकी वजह से सुबह उठते ही शुगर का लेवल बढ़ा हुआ मिलता है।

रात की कम शुगर का असर (Somogyi Effect)
रात में अगर ब्लड शुगर अचानक बहुत कम हो जाए, तो शरीर इसे संतुलित करने के लिए अतिरिक्त ग्लूकोज रिलीज़ करता है। इसी वजह से सुबह ब्लड शुगर सामान्य से ज्यादा बढ़ा हुआ मिलता है। इस स्थिति को रीबाउंड हाइपरग्लाइसिमिया या Somogyi Effect कहा जाता है। यह समस्या ज्यादातर इंसुलिन लेने वाले लोगों में देखने को मिलती है।
बीमारियां: सर्दी, जुकाम या फ्लू
जब शरीर किसी इंफेक्शन से लड़ रहा होता है, तो वह स्ट्रेस हार्मोन जैसे कॉर्टिसोल और एड्रेनालिन बनाता है। ये हार्मोन ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देते हैं—चाहे आपने उस दिन कोई मीठा खाया हो या नहीं।
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तनाव (Stress) और नींद की कमी
चिंता, गुस्सा, ओवरथिंकिंग, नींद में कमी या ज्यादा तापमान ये सभी शरीर को स्ट्रेस मोड में डालते हैं। तनाव बढ़ने पर कॉर्टिसोल बढ़ता है और इससे शुगर लेवल तुरंत ऊपर चला जाता है। यह डायबिटीज वालों के लिए सबसे बड़ा छुपा कारण माना जाता है।

पानी की कमी (Dehydration)
जब शरीर में पानी कम होता है। खून गाढ़ा हो जाता है ग्लूकोज की सांद्रता बढ़ी हुई दिखाई देती हैऊपर से ज्यादा शुगर होने पर पेशाब बढ़ती है, जिससे डिहाइड्रेशन और ज्यादा बढ़ जाता है।
यह एक खतरनाक साइकिल बन जाता है।
पीरियड्स और मेनोपॉज का असर
पीरियड्स से पहले या मेनोपॉज में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन में उतार-चढ़ाव होता है। कम एस्ट्रोजन होने पर शरीर इंसुलिन पर सही प्रतिक्रिया नहीं देता, जिससे ब्लड शुगर बढ़ सकती है। यह महिलाओं में बहुत आम समस्या है लेकिन अक्सर समझी नहीं जाती।

स्टेरॉयड वाली दवाइयां
सूजन, एलर्जी, आर्थराइटिस या किसी गंभीर बीमारी में दी जाने वाली स्टेरॉयड दवाएं। जैसे प्रेडनिसोन—लीवर में ग्लूकोज बढ़ाती हैं। इंसुलिन की कार्यक्षमता कम करती हैं इन दवाइयों से शुगर अचानक 250–300 तक पहुंच जाना भी आम है।
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डायबिटीज की दवा समय पर न लेना
अगर इंसुलिन या दवाई समय पर नहीं ली जाती, डोज मिस हो जाता है, या मात्रा कम ले ली जाती है—तो ब्लड शुगर अपने-आप बढ़ने लगता है। यह शुगर बढ़ने का कारण मीठा खाने से भी ज्यादा बड़ा और आम है।
शुगर बढ़ना सिर्फ मिठाई खाने से नहीं होता। शरीर के हार्मोन, दवाइयां, तनाव, डिहाइड्रेशन और आपकी दैनिक आदतें भी ब्लड शुगर बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाती हैं। इसलिए डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आपको केवल डाइट ही नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल, नींद, तनाव, दवा समय पर लेना और हाइड्रेशन पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए।

