न दर्द–न दिखने वाला लक्षण, महिमा चौधरी ने बताया कैसे अचानक पता चला कैंसर का सच, महिलाएं न करें इग्नोर
punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 03:50 PM (IST)
नारी डेस्क: भारत में महिलाओं के बीच ब्रेस्ट कैंसर सबसे तेजी से बढ़ने वाला कैंसर बन चुका है। कुल महिला कैंसर मामलों में इसके लगभग 27–32% केस शामिल हैं। समस्या यह है कि ज्यादातर महिलाओं को इसके शुरुआती लक्षण पता नहीं चलते और बीमारी देर से पकड़ में आती है। फिल्म परदेस में शाहरुख खान के साथ नजर आईं एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने साल 2022 में ब्रेस्ट कैंसर का सामना किया था। हाल ही में उन्होंने बताया कि उन्हें कैंसर का कोई लक्षण नहीं था। वह सिर्फ अपना सालाना हेल्थ चेकअप करवाने अस्पताल गई थीं, और वहीं टेस्ट में ब्रेस्ट कैंसर सामने आया। उन्होंने कहा कि “कई बार ब्रेस्ट कैंसर बिना दर्द और बिना किसी स्पष्ट संकेत के होता है। सिर्फ नियमित जांच ही इसे शुरुआती स्टेज में पकड़ सकती है।” महिमा के अनुसार, भारत में उपचार पहले की तुलना में बेहतर हुआ है दवाएं सस्ती हुई हैं, जागरूकता बढ़ी है और समय रहते जांच करवाने से जान बचाना आसान हुआ है।
भारत में तेजी से बढ़ रहे ब्रेस्ट कैंसर के मामले
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सेल्फ एग्जामिनेशन, मैमोग्राफी और नियमित डॉक्टर चेकअप से ब्रेस्ट कैंसर को शुरुआती स्टेज में पकड़ा जा सकता है। 2018 में भारत में 1.62 लाख नए केस सामने आए। लगभग 87,000 महिलाओं की मौत हुई। हर 28 में से 1 महिला को जीवन में कभी न कभी ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा होता है। यह बीमारी 30 की उम्र के बाद बढ़ती है और 50–64 वर्ष की महिलाओं में सबसे ज्यादा पाई जाती है, लेकिन अब युवा महिलाओं में भी तेजी से बढ़ रही है
बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस महिमा चौधरी ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ चुकी हैं। वो साल 2022 से इस पर बात कर रही हैं। अब उन्होंने खुलासा किया है कि वो सालाना जांच के लिए चेकअप कराने गई थीं, तब उन्हें ब्रेस्ट कैंसर के बारे में पता चला था। इससे पहले उन्हें किसी तरह के लक्षण… pic.twitter.com/ntyvKhd3YO
— ममता राजगढ़ (@rajgarh_mamta1) November 18, 2025
ब्रेस्ट कैंसर का सबसे बड़ा शुरुआती लक्षण
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी (ACS) के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर का सबसे आम संकेत है –
नई गांठ या उभार महसूस होना। यह गांठ आमतौर पर सख्त, बिना दर्द वाली, और अनियमित किनारों वाली हो सकती है। हालांकि कई बार गांठ मुलायम, गोल, या दर्द वाली भी हो सकती है। हर गांठ कैंसर नहीं होती, पर इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर के अन्य लक्षण जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए
स्तन में किसी हिस्से में सूजन
त्वचा का सिकुड़ना, गड्ढा पड़ना, या खुरदरापन
ब्रेस्ट या निप्पल में दर्द
निप्पल का अंदर की ओर मुड़ जाना
निप्पल या त्वचा पर लालपन, सूखापन, या मोटापन
निप्पल से कोई भी असामान्य स्राव (दूध को छोड़कर)
बगल या कॉलर बोन के आस-पास लिम्फ नोड्स का बढ़ जाना
हर लक्षण कैंसर नहीं होता
कई बार ये बदलाव हार्मोनल चेंज, पीरियड्स, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज या दवाओं के कारण भी हो सकते हैं। लेकिन फर्क जानने के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
आपको क्या करना चाहिए?
किसी भी नई गांठ, उभार या बदलाव पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
मैमोग्राम करवाएं — यह लक्षण दिखने से पहले भी कैंसर पकड़ सकता है।
लक्षण न हों, तब भी सालाना हेल्थ चेकअप करवाना बेहद जरूरी है।
ब्रेस्ट कैंसर सेल्फ-एग्जामिनेशन — महीने में 1 बार
महिलाएं खुद भी घर पर जांच कर सकती हैं। इसमें शामिल है-
आईने में देखना: आकार, रंग, त्वचा या निप्पल में बदलाव देखें
हाथ से टटोलकर जांच: कोई गांठ, सख्ती, दर्द या असामान्य बदलाव महसूस करें
खड़े होकर या लेटकर जांच: दोनों तरीकों में अलग-अलग महसूस हो सकता है
किसी भी असामान्यता पर तुरंत डॉक्टर से मिलें
सेल्फ चेक बहुत आसान है और बीमारी को जल्दी पकड़ने में मदद करता है।

