दूध के साथ कभी न करें नमकीन स्नैक्स का सेवन, हो सकता है बड़ा नुकसान
punjabkesari.in Wednesday, May 01, 2024 - 04:54 PM (IST)
दूध पीना हमारी सेहत के लिए लाभदायक है यह तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है की दूध के साथ कुछ चीजों का सेवन हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। लोग खाली दूध पीना पसंद नहीं करते जिसकी वजह से अंजाने में कभी न कभी हम ऐसी चीजों का सेवन दूध के साथ कर बैठते हैं जिन्हें हमें नहीं करना चाहिए। वह कई तरह की चीजें हो सकती हैं जैसे, नमकीन, केला सेब, दही, स्नैक्स या समोसे अदि। आप सभी शयद जानते नहीं हैं की आपकी ये आदत आपको अंदर से बीमार कर रही है। इसलिए हम आपको ऐसी कुछ चीजों के बारे में बताएंगे जिनका सेवन दूध के साथ भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
दूध के साथ नमकीन स्नैक्स का सेवन
चिप्स और प्रेट्ज़ेल जैसे नमकीन स्नैक्स आपको प्यासा बना सकते हैं, और जब आप दूध से उस प्यास को बुझाते हैं, तो इन स्नैक्स में उच्च नमक सामग्री शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बाधित कर सकती है। इस संयोजन से सूजन और असुविधा हो सकती है।
मसालेदार भोजन
मसाले पेट में एसिड उत्पादन को उत्तेजित कर सकते हैं, जो दूध के साथ मिलकर कुछ व्यक्तियों के लिए पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। मसालेदार खाद्य पदार्थ जैसे गर्म करी, मिर्च और भारी मसाले दूध के साथ सेवन करने पर एसिड रिफ्लक्स या अपच का खतरा बढ़ सकता है।
खट्टे फल
दूध और खट्टे फलों का भी एक साथ सेवन नहीं किया जाता है। खट्टे फल और दूध का एक साथ सेवन करने से उल्टी या पेट दर्द की समस्या हो सकती है। अगर आपको दूध पीना ही है तो फल खाने के कम से कम 2 घंटे बाद दूध का सेवन करें।
केला
ऐसा माना जाता है कि दूध के साथ केला खाना एक स्वस्थ आदत मानी जाती है, लेकिन अब इस पर रोक लगाने का समय आ गया है। यह संयोजन बेहद भारी है और आपको थकावट महसूस करा सकता है क्योंकि इसे पचने में लंबा समय लगता है। इसलिए, दूध के साथ इस स्वादिष्ट फल से परहेज करना ही बेहतर है।
गुड़
अक्सर लोग दूध में चीनी की जगह गुड़ मिलाते हैं। यह एक हेल्दी विकल्प है, लेकिन आयुर्वेद में दूध के साथ गुड़ को पेट के लिए हानिकारक बताया गया है। इससे पेट खराब होने की आशंका रहती है.
उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ
जबकि दूध पहले से ही प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है, अंडे, मांस या बीन्स जैसे अन्य उच्च प्रोटीन खाद्य पदार्थों के साथ इसका सेवन आपके पाचन तंत्र पर बोझ डाल सकता है। कई प्रोटीन स्रोतों के संयोजन को पचाना कठिन हो सकता है और पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है।