कुदरत का कहर: भूस्खलन ने ली 14 लोगों की जान, सभी टूरिस्ट स्पॉट्स हुए बंद

punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 01:31 PM (IST)

  नारी डेस्क: उत्तर बंगाल में रात भर हुई लगातार मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। दार्जिलिंग जिले के मिरिक और सुखिया पोखरी जैसे इलाकों में हुए भीषण भूस्खलन (Landslides) के कारण अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। दार्जिलिंग जिला पुलिस द्वारा जारी बचाव अभियान के कारण यह संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

सड़क संपर्क टूटा, जलभराव से हाहाकार

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच सड़क संपर्क पूरी तरह बाधित हो गया है। मुख्य सड़कें अवरुद्ध दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी के बीच मुख्य सड़क बंद है। NH10 (चित्रे, सेल्फी दारा) और NH717A (कई भूस्खलन स्थल) पर यातायात बाधित है।तीस्ता बाजार बंद कलिम्पोंग से तीस्ता बाजार होते हुए दार्जिलिंग जाने वाली सड़क बाढ़ के कारण बंद कर दी गई है। इस कारण स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों प्रभावित हैं।

IMD का रेड और ऑरेंज अलर्ट

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने क्षेत्र में खराब मौसम की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी। यह अलर्ट 7 अक्टूबर तक जारी रहने की संभावना है। सिक्किम में चेतावनी IMD ने 5 अक्टूबर को सिक्किम के सभी छह जिलों के लिए पहले रेड अलर्ट जारी किया था, जिसमें मध्यम गरज, बिजली गिरना, भारी बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवाओं का अनुमान था। बाद में इसे ऑरेंज अलर्ट में अपग्रेड कर दिया गया। अचानक बाढ़ का खतरा अधिकारियों ने भूटान की स्थिति के कारण उत्तर बंगाल में Flash Flood की चेतावनी भी जारी की है।

पर्यटन पर असर और प्रशासनिक कदम

पहाड़ी इलाकों में आई इस आपदा का सबसे बड़ा असर पर्यटन पर पड़ा है। पर्यटन स्थल बंद गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन (GTA) ने दार्जिलिंग के टाइगर हिल और रॉक गार्डन सहित सभी पर्यटन स्थलों को बंद करने का फैसला किया है। टॉय ट्रेन सेवाएं स्थगित दार्जिलिंग टॉय ट्रेन सेवाएं भी फिलहाल बंद कर दी गई हैं।

राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया

पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार से तुरंत कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बताया "दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कुर्सियांग के पहाड़ी इलाकों में गंभीर व्यवधान है। मुख्य सचिव से अनुरोध है कि संचार नेटवर्क जल्दी बहाल करें और भोजन, पानी, दवाइयां और अस्थायी आश्रय प्राथमिकता के आधार पर वितरित किए जाएं।"

अधिकारियों और नेताओं ने निवासियों और पर्यटकों से सावधानी बरतने और सड़क तथा मौसम की स्थिति पर लगातार नज़र रखने का आग्रह किया है।

दार्जिलिंग और आसपास के पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन और पर्यटन दोनों को प्रभावित किया है। प्रशासन और बचाव दल राहत कार्यों में जुटे हैं, लेकिन खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। स्थानीय लोगों और यात्रियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।  


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Content Editor

Priya Yadav

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