गुरु तेग बहादुर का 400वां प्रकाश पर्व: स्मारक सिक्का जारी करने के बाद PM ने जमीन पर बैठ कर सुना कीर्तन

punjabkesari.in Friday, Apr 22, 2022 - 09:49 AM (IST)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरवार को लाल किले पर आयोजित सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व समारोह में भाग लिया और इस अवसर पर एक स्मारक सिक्का तथा डाक टिकट भी जारी किया। कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से रागी और बच्चों ने 'शबद कीर्तन' प्रस्तुत किया, जिसे प्रधानमंत्री ने बड़े गौर से सुना।

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इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से किया गया है। इस अवसर पर गुरु तेग बहादुर जी के जीवन को दर्शाने वाला एक भव्य लाइट एंड साउंड शो भी पेश किया गया। यह कार्यक्रम नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर के उपदेशों को रेखांकित करने पर केंद्रित है।

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प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने विश्व इतिहास में धर्म एवं मानवीय मूल्यों, आदर्शों और सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। उन्हें मुगल शासक औरंगजेब के आदेश पर कश्मीरी पंडितों की धार्मिक स्वतंत्रता का समर्थन करने के लिए मार डाला गया था। उनकी पुण्यतिथि (24 नवंबर) हर साल शहीदी दिवस के रूप में मनाई जाती है।

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दिल्ली में गुरुद्वारा शीश गंज साहिब और गुरुद्वारा रकाब गंज उनके पवित्र बलिदान से जुड़े हैं। आयोजन स्थल पर मोदी के पहुंचते ही पूरे माहौल में उत्साह छा गया। इस दौरान उन्होंने सफेद कुर्ता, चूड़ीदार पजामा पहना हुआ था और सिर पर केसरिया रंग का वस्त्र धारण किया हुआ था।

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प्रधानमंत्री ने गुरु ग्रंथ साहिब को तीन बार नमन किया और प्रार्थना की। बीचोंबीच फूलों से सजा एक भव्य मंच बनाया गया था जिसमें गुरु ग्रंथ सहिब को रखा गया था। इस स्टेज के अगल बगल दो और बड़े स्टेज बनाए गए थे, जहां 400 रागियों ने कीर्तन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने जमीन पर बैठ कर कीर्तन सुना। उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत और अंत ‘वाहे गुरुजी का खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह’’ के साथ की।


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vasudha

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