Menopause बढ़ा देता है हार्ट अटैक का खतरा, हेल्दी रहने के लिए काम आएंगे ये 6 उपाय
punjabkesari.in Friday, May 24, 2024 - 03:11 PM (IST)
नारी डेस्क : 45 से 50 की उम्र के बीच महिलाओं की पीरियड्स बंद हो जाती है। इस प्रक्रिया को मेनपोज कहते हैं। इस दौरान महिलाओं का शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और हार्मोनल बदलाव के चलते बीमारियों का भी जोखिम बढ़ जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो मेनोपॉज की उम्र आते- आते ज्यादातक महिलाओं को हार्ट, आर्थराइटिस जैसी कई बीमारियों की चपेट में आने का खतरा रहता है।
मेनोपॉज की उम्र में महिलाओं को हो सकती हैं ये दिक्कतें
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो उम्र बढ़ने के साथ आपकी पोषण संबंधी जरूरतें भी बदल जाती है। इस समय महिलाओं का शरीर कमजोर होता है तो उन्हें अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा हेल्दी खाना चाहिए। जैसे की अगर आप हर दिन 1000 मिलीग्राम कैल्शियम ले रही हैं तो इसकी मात्रा बढ़ाकर 1200 मिलीग्राम से ज्यादा कर दें। हालांकि दुर्भाग्यवश ज्यादातर महिलाओं को आहार से शरीर के लिए जरूरी ये पोषक तत्व नहीं मिल पाता है। इसके अलावा मेनोपॉज की स्थिति कई प्रकार के आवश्यक हार्मोन्स से असंतुलन का भी कारण बनती है जिससे आपमें कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं।
हार्ट को भी रहता है खतरा
महिलाएं को ब्रेस्ट कैंसर से भी ज्यादा हार्ट से जुड़ी बीमारी का खतरा रहता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लगभग एक तिहाई महिलाओं में उम्र के साथ हार्ट संबंधी रोग हो सकता है। मेनोपॉज के लगभग 10 साल के भीतर महिलाओं में हार्ट अटैक के दर बढ़ गए हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी जो खून की नसों को लचीला बनाती है। जब एस्ट्रोजन कम हो जाता है तो ये ब्लड प्रेशर में वृद्धि कर देता है और साथ नसों की मोटा बना सकता है। इससे हार्ट अटैक के chances बढ़ जाते हैं।
हड्डियां हो जाती हैं कमजोर
साल 2017 की एक स्टडी में ये बात सामने आई थी कि महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस विकसित होने की आशंका पुरुषों से 4 गुना ज्यादा होती है। ये ऐसी बीमारी है जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और इसके आसानी से टूटने का खतरा रहता है। स्टडी में ये भी पाया गया कि मेनोपॉज से पहले, महिलाओं की हड्डियां एस्ट्रोजन द्वारा संरक्षित होती हैं, हालांकि इस हार्मोन में आने वाली कमी के चलते हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।
मेनोपॉज के बाद ऐसे रखें सेहत का ख्याल
- स्मोकिंग न करें, स्मोकिंग ह्रदय रोग के खतरे के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है।
- एक्सरसाइज जरूर करें। हफ्ते में कम से कम 4 दिन इसे अपनी आदत बनाएं। आधा घंटा पैदल चलें।
- डाइट में नमक, चीनी की मात्रा को कम करें।
- वजन कंट्रोल रखना अच्छी सेहत के लिए जरूरी है। इससे हार्ट- हड्डियों को स्वस्थ रखने में लाभ मिलता है।
- कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें।
-स्ट्रेस से दूर रहें। इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर ही बुरा असर पड़ता है।