Men''s Health: महिलाएं ही नहीं, पुरुष भी हो सकते हैं बांझपन का शिकार

punjabkesari.in Friday, Nov 20, 2020 - 12:35 PM (IST)

हमारे देश में जब भी बात बांझपन की आती है तो ज्यादातर मौके पर यही समझा जाता है कि महिला में ही कोई समस्या होगी जबकि ऐसा नहीं। आजकल पुरुषों में भी इन्फर्टिलिटी की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही है, जिसका कारण काफी हद तक स्ट्रेस, गलत खान-पान व लाइफस्टाइल है। वहीं, 90% पुरुषों में इनफर्टिलिटी का कारण शुक्राणु की कमी और खारब क्वालिटी है। यहां हम आपको उन संकेतों और लक्षणों के बारे में बताएंगे, जिनसे आप जान सकते हैं कि कहीं आप तो नहीं इन्फर्टिलिटी का शिकार...

सबसे पहले जानिए कारण
टेस्टिकल्स में दर्द या सूजन

अगर लंबे समय तक टेस्टिकल्स में किसी भी तरह का दर्द या सूजन महसूस हो रही है तो उसे इग्नोर ना करें। यह किसी बीमारी या इंफेक्शन का संकेत हो सकता है, जिससे पुरुषों की स्पर्म क्वॉलिटी और फर्टिलिटी प्रभावित होती है।

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हार्मोन्स में बदलाव

हॉर्मोन्स में गड़बड़ी के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दिक्कत हो सकती है जिससे महिलाओं को प्रेगनेंसी और कंसीव करने में दिक्कत आती है।

इजैक्युलेशन से जुड़ी समस्या

अगर इजैक्युलेशन में दिक्कत या इजैक्युलेटेड स्पर्मैटिक फ्लूइड के वॉल्यूम में कमी आए तो तुरंत चेकअप करवाएं। दरअसल, यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है इसलिए इसे हल्के में ना लें।

कैंसर या ट्यूमर

पुरुष के प्रजनन अंग में कैंसर या नॉनमलिग्नेंट ट्यूमर के कारण भी बांझपन की समस्या हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर सर्जरी, विकिरण या कीमोथेरेपी की सलाह देते हैं।

खराब जीवनशैली भी है कारण

अधिक धूम्रपान, शराब पीने के कारण भी पुरुषों में बांझपन हो सकता है। इसके अलावा अधिक वजन  या किसी तरह की चोट लगने पर भी यह समस्या हो सकती है।

स्टीरॉयड का अधिक सेवन

भारतीय पुरुष बॉडी बनाने के लिए एक्सरसाइज के साथ स्टीरॉयड का सेवन करते हैं। मगर, इससे जूस्पर्मिया नामक बीमारी हो सकती है, जिसके कारण वीर्य में शुक्राणुओं का निर्माण नहीं हो पाता। इसका सीधा असर प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप बगैर डॉक्टरी सलाह के स्टीरॉयड का सेवन ना करें।

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पुरुष बांझपन के लक्षण

. प्रजनन अंग में दर्द, गांठ या सूजन होना
. गाइनेकोमास्टिया
. बार-बार श्वसन संक्रमण होना
. सूंघने की क्षमता कम होना
. चेहरे या शरीर के बालों की वृद्धि में कमी।
. एक क्रोमोसोमल या हार्मोनल असामान्यता के संकेत
. शुक्राणुओं की संख्या कम होना

इसके अलावा अगर पुरुषों की संबंध बनाने में दिलचस्पी कम हो जाए तो इसे हल्के में ना लें क्योंकि ये भी इन्फर्टिलिटी का एक लक्षण हो सकता है।

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पुरुष बांझपन के लिए उपचार

. इंफैक्शन को दूर करने के लिए दवाएं दी जाती है
. हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने के लिए हार्मोन चढ़ाए जाते हैं।
. स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए भी दवाएं दी जाती हैं।
. इसके अलावा ICSI, IUI, IVF तकनीक द्वारा दंपत्ति बच्चा कर सकते हैं।

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अगर आप 1-2 महीने तक कोशिश और रिपोर्ट सही होने के बाद भी प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही तो हो पुरुषों को बिना झिझक अपना चेकअप करवाना चाहिए क्योंकि समय पर कारण पता चलने पर इलाज संभव है।


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Content Writer

Anjali Rajput

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