पंकज भदौरियाः 16 साल के टीचिंग करियर को छोड़ बनी मास्टरशेफ, सासू मां ने दिए उड़ान को पंख
punjabkesari.in Wednesday, Dec 29, 2021 - 05:40 PM (IST)
महिलाएं अगर ठान लें तो उनके लिए कुछ भी ना-मुमकिन नहीं होता। लोगों का मानना है कि औरतों की जगह सिर्फ घर की किचन में है लेकिन आज कई ऐसी महिलाएं है, जिन्होंने साबित कर दिया कि औरतें किचन से बाहर निकलकर भी बहुत कुछ कर सकती हैं। यही नहीं, कुछ महिलाओं ने तो किचन यानि खाने-पकाने को ही अपना हथियार बनाकर दुनिया में मिसाल कायम की। हम बात कर रहे हैं मास्टरशेफ सीजन-1 की विनर रह चुकीं पंकज भदौरिया, जिन्होंने अपने कुकिंग के शौक को पैशन में बदल दिया। बहुत कम लोग जानते हैं कि इस रियालटी शो में आने से पहले वह 16 साल बतौर स्कूल टीचर काम कर चुकी हैं। चलिए आपको बताते हैं टीचर से मास्टरशेफ बनने का पंकज का सफर...
घर की किचन से मास्टरशेफ तक...
14 जुलाई 1971 को नई दिल्ली में जन्मीं पंकज का एक छोटा भाई है। महज 22 साल की उम्र में उन्होंने अपने माता-पिता (विनोद खन्ना और प्रिया खन्ना) को खो दिया। उन्होंने स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, नई दिल्ली से की और फिर लखनऊ में अपनी ग्रेजुएशन की शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से ही अंग्रेजी साहित्य में मास्टर की डिग्री ली। फिर उन्होंने टीचर के प्रोफेशन को बतौर करियर के लिए चुना।
सासू मां ने दिए हौंसले को पंख
इसके बाद उन्होंने चारु समर्थ से शादी की है और उनके दो बच्चे हैं, एक बेटी सोनालिका भदौरिया और बेटा सिद्धांत भदौरिया। जब मास्टरशेप सीजन की शुरुआत हुई तो उन्होंने भी ऑडिशन देने का फैसला किया लेकिन इसके लिए उन्हें स्कूल से छुट्टी नहीं मिली। तब उनकी सास ने मां की तरह उन्हें रास्ता दिखाया और जॉब छोड़कर आगे बढ़ने की सलाह दी।
फिर क्या मास्टरशेफ इंडिया में भाग लेने के लिए उन्होंने अपनी 16 साल की नौकरी छोड़ दी। ऑडिशन में सिलेक्ट होने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आगे बढ़ती गई। पंकज ने मास्टरशेफ जीतकर ना सिर्फ घर-घर में पहचान बनाई और अपनी सास के भरोसा का मान भी रखा।
होस्ट कर चुकी हैं कई कुकिंग शो
मास्टरशेफ जीतने के बाद भी वह एक के बाद एक कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ती गई। आज उनकी बनाई डिशेज ना देश-विदेश में मशहूर हैं। खुद का यूट्यूब चैनल चलाने के अलावा वह शेफ पंकज का जायका, रिक स्टीन्स इंडिया, सेल्स का बाजीगर, किफ़ायती किचन, रसोई से - पंकज भदौरिया के साथ, पंकज के साथ 3 कोर्स, जस्ट लाइक डैट, हैल्थ इन 100, ड्रीम किचन जैसे कई कुकरी शो भी होस्ट कर चुकी हैं।
लिखी कई कुकबुक्स
कुकिंग शो के अलावा उन्होंने कुछ कुकबुक्स भी लिखी है। उनकी 'Master Chef India Cookbook' किताब काफी फेमस रही, जो असल में मास्टरशेफ की ऑफिशियल कुकबुक थी। उन्होंने बच्चों के लिए Barbie- I am a Chef ', 54 रेसिपीज वाली 'Chicken from my Kitchen', मसालों पर 'The Secret’s in the Spice Mix' किताब भी लिखी। उनकी 'Uttar Pradesh- a Cultural Kaleidoscope' कुकबुक भी लोगों को खूब पसंद आई जो उन्होंने यूपी सरकार के लिए लिखी थी।
Sweet Sour Paneer & Garlic Fried Rice I स्वीट सौर पनीर & गार्लिक फ़्राइड... https://t.co/8tF6XOBp9Y via @YouTube
— Pankaj Bhadouria (@BhadouriaPankaj) December 29, 2021
कई ब्रांड की एम्बेसडर
. पंकज के खाना पकाने के जुनून ने उन्हें कई ब्रांड के लिए पसंद का व्यक्तित्व बना दिया है। पंकज माइक्रोसॉफ्ट लूमिया 535 डिजिटल कैंपेन का हिस्सा हैं, जहां कंगना रनौत और साइना नेहवाल के साथ, वह लोगों को "आशाएं" नामक एक प्रेरक फिल्म में अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
. इसके अलावा वह पंकज ब्रांड नॉर- कप सूप, सूप और नूडल्स, ताज़ा चाय का चेहरा भी हैं। वह मास्टरशेफ ट्रैवल्स कॉक्स एंड किंग्स वर्ल्डवाइड की ब्रांड एंबेसडर भी हैं। उन्होंने दक्षिणी भारत में एक प्रमुख स्पाइस ब्रांड पूर्वी मसालों का भी समर्थन किया।
. स्पेन सरकार उन्हें ऑलिव ऑयल रिवोल्यूशन नामक अभियान के लिए भारत में जैतून तेल को प्रमोट करने के लिए भी चुना है। उनके अन्य ब्रांड संघों में सैमसंग स्मार्ट ओवन, केंट जूसर और पास्ता मेकर, सेंसोडाइन, रिलायंस फ्रेश, केलॉग्स और टेफल शामिल हैं।
चला रहीं है खुद की एकेडमी
आज वह एक क्यूलिनरी एकेडमी चला रही है, जिसमें लोगों को नई-नई डिशेज बनाना सिखाया जाता है। इसके अलावा वह विदेशों में जाकर कुकिंग की ट्रेनिंग भी देती हैं। फूड के बारे में उनका मानना है, 'खाने में सिर्फ स्वाद मायने रखता है। अगर आपकी डिश टेस्टी नहीं है तो समझो कि खेल खत्म।' यहीं उनकी सफलता का मूल मंत्र भी हो सकता है। वह कई अवॉर्ड्स से भी सम्मानित की जा चुकी हैं।
पंकज उन सभी महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं, जिन्हें लगता है कि कुकिंग सिर्फ रोजमर्रा का काम है। उन्हें देखकर अब कई महिलाएं कुकिंग को अपने प्रोफेशन के तौर पर चुनने का साहस दिखा रही हैं।