Mamta Kulkarni के महामंडलेश्वर बनने का सच आया सामने, आरोपों पर दी सफाई
punjabkesari.in Sunday, Feb 02, 2025 - 01:38 PM (IST)

नारी डेस्क: बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को हाल ही में महामंडलेश्वर का पद दिया गया था, लेकिन इस पद को लेकर कई विवाद उठे थे। अब ममता ने टीवी शो "आप की अदालत" में पहुंचकर इस पूरे मामले पर अपनी बातें रखी हैं। इस दौरान उन्होंने उन पर लगे आरोपों का भी जवाब दिया। आइए जानते हैं ममता ने इस शो में क्या कहा।
ममता कुलकर्णी कैसे बनी महामंडलेश्वर?
शो आप की अदालत में रजत शर्मा द्वारा पूछे गए सवालों के ममता ने खुलकर जवाब दिए। शो के होस्ट रजत शर्मा ने ममता से सवाल पूछा कि बाबा रामदेव और धीरेंद्र शास्त्री की आलोचना के बारे में क्या कहेंगी? इस पर ममता ने कड़ा जवाब दिया और कहा, "वह एक लंगोट धीरेंद्र शास्त्री हैं। मैंने 23 साल तक तपस्या की है, जो उनकी उम्र से भी ज्यादा है।"
महामंडलेश्वर बनने की इच्छा नहीं थी
ममता ने बताया कि वह कभी महामंडलेश्वर बनना नहीं चाहती थीं, लेकिन किन्नर अखाड़े की आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें इस पद पर बैठने के लिए मजबूर किया। ममता ने कहा, "मैं तैयार नहीं थी, लेकिन उन्होंने मुझे मजबूर किया।"
ममता ने तपस्या के दौरान के अनुभवों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, "मैं लगातार तीन महीने तक ध्यान करती रही और पांच दिनों तक पानी तक नहीं पिया। 15वें दिन मां भगवती मेरे सामने प्रकट हुईं, जो मेरे जीवन का सबसे खास अनुभव था।"
आर्थिक आरोपों का खंडन
ममता पर यह आरोप भी था कि उन्होंने महामंडलेश्वर बनने के लिए किन्नर अखाड़े के प्रमुख को 10 करोड़ रुपये दिए थे। ममता ने इस आरोप को पूरी तरह से नकारते हुए कहा, "10 करोड़ रुपये तो दूर, मेरे पास 1 करोड़ रुपये भी नहीं हैं। मेरे बैंक खाते फ्रीज हैं। जब मुझे महामंडलेश्वर बनाया गया, तो मुझे अपने गुरु को दक्षिणा देने के लिए 2 लाख रुपये उधार लेने पड़े।" इससे यह साफ होता है कि ममता पर लगाए गए पैसों के आरोप झूठे थे।
इस तरह ममता कुलकर्णी ने अपनी जर्नी और उन पर लगाए गए आरोपों के बारे में खुलकर अपनी बात रखी।