महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर महाकुंभ मेला में आस्था का सैलाब, प्रयागराज से वाराणसी तक भक्ति में डूबे श्रद्धालु

punjabkesari.in Wednesday, Feb 26, 2025 - 09:25 AM (IST)

 नारी डेस्क:महाशिवरात्रि के मौके पर प्रयागराज के महाकुंभ मेला में आखिरी स्नान पर्व मनाया जा रहा है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। महाशिवरात्रि के इस पर्व के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग देश-विदेश से प्रयागराज पहुंचे हैं। साथ ही, वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नजर आ रही है।

प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 का समापन

महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ महाकुंभ मेला 2025 का समापन हो रहा है। मंगलवार रात से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा त्रिवेणी संगम पर देखा जा रहा था और बुधवार सुबह से श्रद्धालु पवित्र स्नान कर रहे हैं। मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस मौके पर संगम पर स्नान कर रहे श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से फूलों की बारिश भी की।

PunjabKesari

सीएम योगी की निगरानी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था को सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर स्थित कंट्रोल रूम से स्नान पर्व की लाइव फीड देखी और वहां से अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।

काशी में श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। मंगलवार शाम से ही श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए मंदिर पहुंचे। बुधवार सुबह से श्रद्धालुओं का रेला काशी में नजर आया। मंदिर प्रशासन ने महाशिवरात्रि के कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण किया, ताकि दूर-दूर से आए श्रद्धालु पूजा में शामिल हो सकें।

PunjabKesari

ये भी पढ़ें:  महाशिवरात्रि 2025: जानें किन लोगों को नहीं करना चाहिए व्रत, जानें जरूरी नियम

महाकुंभ की सफलता पर बधाई

जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने महाकुंभ मेला को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह आयोजन विश्वभर में एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ की सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में संभव हो पाई। इसके अलावा, उन्होंने महाकुंभ को यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता मिलने का भी जिक्र किया।

महाकुंभ के समापन पर संदेश

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने महाकुंभ 2025 के समापन पर कहा कि महाकुंभ हमारी संस्कृति और दिव्यता का प्रतीक है। यह परंपरा बहुत पुरानी है, जब से जल, वायु, अग्नि, और आकाश का अस्तित्व है। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पूजा के साथ महाकुंभ के सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होंगे।

महाशिवरात्रि स्नान पर्व ने देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं को अपनी आस्था की यात्रा पर प्रेरित किया है और इस अद्भुत धार्मिक आयोजन का समापन भी श्रद्धा और भक्ति के रंग में रंगा हुआ है।

 
 

 

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static