महाकुंभ में गंगा सफाई अभियान: एक साथ 500 लोग करेंगे सफाई, बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड
punjabkesari.in Friday, Feb 14, 2025 - 06:00 PM (IST)
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नारी डेस्क: महाकुंभ 2025 में इस बार एक ऐतिहासिक दिन सामने आने वाला है। आज महाकुंभ के आयोजन के दौरान पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड बनते हुए देखा जाएगा। यह रिकॉर्ड नदी स्वच्छता से संबंधित होगा, जिसमें गंगा की सफाई के लिए 500 लोग एक साथ मिलकर काम करेंगे। यह पहल महाकुंभ में गंगा की सफाई को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है और इसका उद्देश्य न केवल गंगा को स्वच्छ करना बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी फैलाना है।
क्या है यह वर्ल्ड रिकॉर्ड?
महाकुंभ 2025 में आज सुबह नौ बजे से विशेष सफाई अभियान शुरू होगा, जिसमें रामघाट, भरद्वाज घाट, और गंगेश्वर घाट पर 300 से 500 लोग एक साथ मिलकर गंगा की सफाई करेंगे। इस सफाई अभियान का उद्देश्य गंगा के पानी को साफ और निर्मल रखना है, ताकि श्रद्धालुओं को स्नान के लिए एक स्वच्छ वातावरण मिल सके। यह एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि इससे पहले ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं बना है। अधिकारियों का कहना है कि यह सफाई अभियान महाकुंभ के आयोजन में एक नया अध्याय जोड़ने जैसा है।
महाकुंभ के विशाल आयोजन में स्वच्छता का महत्व
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है, और लाखों-करोड़ों श्रद्धालु इस महा-स्नान के लिए आते हैं। इस दौरान गंगा के किनारे बहुत बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं, और ऐसे में स्वच्छता बनाए रखना बेहद जरूरी होता है। इस अभियान के माध्यम से ना केवल गंगा को साफ किया जाएगा, बल्कि स्वच्छता के महत्व को लेकर लोगों में जागरूकता भी फैलाई जाएगी।
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स्वच्छता अभियान में प्रशासन का योगदान
महाकुंभ में सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधाओं के लिए प्रशासन ने पहले से ही व्यापक इंतजाम किए हैं। सफाई अभियान के दौरान अधिकारियों का कहना है कि सभी लोग मिलकर गंगा की सफाई करेंगे, और यह अभियान महाकुंभ के आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इसके साथ ही, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को भी सफाई बनाए रखने की दिशा में प्रेरित किया जाएगा।
नए रिकॉर्ड की तैयारी
आज के इस सफाई अभियान को लेकर सभी अधिकारी और आयोजन समिति पूरी तरह से तैयार हैं। पहले से तैयार की गई योजना के अनुसार, ये लोग गंगा की सफाई करेंगे और विश्व रिकॉर्ड के लिए अपने प्रयासों को अंजाम देंगे। महाकुंभ 2025 का यह सफाई अभियान न केवल पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि यह पूरे देश और दुनिया में स्वच्छता के महत्व को फैलाने का एक बेहतरीन तरीका भी है।
महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी
महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार ऐतिहासिक रूप से बड़ा होगा। इस बार महाकुंभ में करीब 50 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। पहले दिन से ही भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पवित्र स्नान के लिए आ रहे हैं। इस महाकुंभ के दौरान गंगा के किनारे लाखों लोग एक साथ जमा होते हैं, और प्रशासन द्वारा किए गए इंतजामों से यह आयोजन और भी खास हो जाता है।
आखिरकार, महाकुंभ का आयोजन केवल धार्मिक महत्व नहीं रखता बल्कि यह पर्यावरण, सफाई, और सामाजिक जागरूकता का भी प्रतीक बन गया है।