दो दिन की बारिश में गुजरात के 11 डैम हाई अलर्ट पर, 18 लोगों की मौत
punjabkesari.in Wednesday, Jun 18, 2025 - 04:03 PM (IST)

नारी डेस्क: गुजरात में मानसून की शुरुआत के सिर्फ दो दिन में ही भारी बारिश ने कहर बरपाया है। राज्य के 11 डैम को हाई अलर्ट पर रखा गया है, जबकि 13 डैम को अलर्ट पर रखा गया है। गुजरात में कुल 206 डैम हैं, जिनमें से 9 डैम पूरी तरह भर चुके हैं। इसके अलावा 25 डैम में पानी 70% से 100% तक भर चुका है।
मानसून के दो दिन और बड़ी बारिश का कहर
पिछले 24 घंटे में राज्य के 227 तालुकाओं में बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बारिश बोटाद, सुरेंद्रनगर, जामनगर और भावनगर जिलों में हुई है। भारी बारिश के कारण अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की 22 टीमें सक्रिय हैं। मंगलवार को गढ़ड़ा इलाके में बाढ़ में फंसे 18 लोगों का साहसिक रेस्क्यू किया गया है। अब तक कुल 139 लोगों को बचाया जा चुका है।
भारी बारिश के कारण बोटाद जिले की भादर नदी पर स्थित सुखभादर डैम के चार गेट खोलने पड़े। राज्य के आठ तालुकों में भारी बारिश के कारण 193 सड़कें बंद कर दी गईं, जिनमें राष्ट्रीय, राज्य, पंचायत और अन्य सड़कें शामिल हैं। इसके अलावा, स्टेट ट्रांसपोर्ट की 194 ट्रिप्स रद्द करनी पड़ीं।
ये भी पढ़ें: भारी बारिश का कहर, 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी, IMD का 19 से 23 जून तक का अलर्ट
जान-माल का नुकसान और राहत कार्य
आने वाले 24 घंटों में भी गुजरात में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। राज्य के 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, दीव, दमन और दादरा नगर हवेली में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने सभी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
गौरतलब है कि बोटाद जिले के लाठीदड़ और सांगावदर गांव के बीच बह रही नदी में एक ईको कार बह गई, जिसमें नौ लोग सवार थे। अब तक दो लोगों को सुरक्षित बचाया गया है, दो के शव मिले हैं और पांच लोग लापता हैं। एनडीआरएफ की टीम गहरे पानी में खोजबीन कर रही है। इस दौरान दो और शव बरामद किए गए हैं, जिससे मृतकों की संख्या चार हो गई है। तीन लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी खोज जारी है।
दो शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बोटाद की सोनावाला अस्पताल भेजा गया है। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है। घटना से इलाके में शोक की लहर है। प्रशासन ने नदी के आसपास रहने वालों को नदी पार करने से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी है।