लैंड स्लाइड: मां को वादियां दिखा रही थी IIT छात्रा, तभी कटा फोन और फिर कभी नहीं हुई बेटी से बात
punjabkesari.in Tuesday, Jul 27, 2021 - 05:50 PM (IST)
मानसून के दिनों में अकसर हिमाचल की वादियों में लैंडस्लाइड के मामले देखे जाते हैं. इस बार भी हिमाचल के किन्नौर में भयंकर लैंड स्लाइड देखने को मिला जिसमें करीब 9 लोगों की मौत हो गई।
वहीं इस हादसे में एक मध्य प्रदेश में बैतूल जिले के पाथाखेड़ा में रहने वाले परिवार ने भी अपनी बेटी खो दी। रविवार को जिस वक्त लैंड स्लाइड हुआ, उस समय 27 वर्षीय प्रतीक्षा दीवाकरमां से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी। वह मां को हिमाचल की खूबसूरत वादियां दिखा रही थी लेकिन अचानक लैंडस्लाइड मकी वजह से दोपहर करीब 1.30 बजे फोन कट हाे गया और फिर शाम 5 बजे परिजनों को खबर मिली कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही।
किन्नौर हादसे में शामिल थी IIT स्टूडेंट
मृतका प्रतीक्षा के पिता सुनील दीवाकर ने बताया कि बेटी बहुत ही होनहार थी। कुदरत, पहाड़ों से इतना ज्यादा प्यार था कि चाहकर भी हम उसे हिमाचल जाने से नहीं रोक पाए। प्रतीक्षा घूमने के लिए नागपुर से हिमाचल गई थी। अलग-अलग जगहों के प्राकृतिक सौंदर्य को मोबाइल में कैद कर मां से वीडियो कॉल पर बात करती थी। इसी दौरान किन्नौर के सांगला-छितकुल रोड पर बटसेरी के पास चट्टानें गिरीं। इसकी चपेट में सांगला की ओर जा रहा टैंपो ट्रैवलर आ गया। इसमें ड्राइवर समेत 12 लोग थे। 9 की मौके पर ही मौत हो गई थी, जिसमें 27 वर्षीय प्रतीक्षा भी शामिल थी।
बी-टेक और एम-टेक कप चुकी थी प्रतीक्षा
पिता ने बताया कि बेटी ने IIT खड़गपुर से बी-टेक, एम-टेक किया था, वह पढ़ने में कापी होशियार थी। इतना ही नहीं पढ़ाई के बाद वह DHL मुंबई और फिर TVS पुणे में जॉब भी कर चुकी थी। 18 माह के हायर एजुकेशन कोर्स के लिए स्पेन जाने के लिए TVS कंपनी से प्रतीक्षा ने रिजाइन किया था। इस बीच कोरोना की दूसरी लहर आ गई। ऐसे में स्पेन में एडमिशन नहीं मिला। जिस बीच उसने हिमाचल घूमने की इच्छा जताई और कुदरत ने उसे अपनी गोद में ही बिठा लिया।
मां ने बेटी को हिमाचल घूमने से किया था इनकार
पिता ने बताया बेटी ने जब मां से हिमाचल घूमने की बात कही तब मां ने बारिश का मौसम बताकर घूमने से मना कर दिया था। फिर बेटी ने उनसे पूछा और कहा कि एडमिशन मिलते ही पढ़ाई के लिए विदेश चली जाऊंगी, फिर घूमने को नहीं मिलेगा इस पर मां ने बेटी को हिमाचल जाने की इजाजत दे दी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस प्रकृति से उनकी बेटी को इतना प्यार था, उसी प्रकृति की गोद में बेटी हमेशा के लिए गुम हो जाएगी