कभी खाने को 2 वक्त की रोटी नहीं थी फिर कैसे रेमो डिसूजा ने पलटी अपनी किस्मत?
punjabkesari.in Monday, Sep 26, 2022 - 01:39 PM (IST)
बॉलीवुड नगरी कब किसकी किस्मत बदल दें ये तो कई नहीं जानता। बहुत से लोग यहां अपनी किस्मत अजमाने आए। उन्हीं में से रहे हैं रेमो डिसूजा जिन्हें लोग आज बॉलीवुड के बेस्ट कोरियोग्राफर्स के रूप में जानते हैं लेकिन रेमो का ये सफर इतना आसान नहीं था। भले ही आज वह करोड़ों के मालिक हो लेकिन एक समय दो टाइम की रोटी के लिए उन्हें कई ठोकरें खानी पड़ी और वह पाई-पाई के मोहताज रहें तो चलिए आपको आज रमेश यादव की ही स्टोरी बनाते हैं और बताते हैं कि वो रमेश से रेमो डिसूजा कैसे बन गए?
रेमो का असली नाम है रमेश यादव
2 अप्रैल 1972 में कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में जन्मे रेमो डिसूजा का असली नाम रमेश यादव है और जब वह मुंबई आए तो यहां आने के बाद ही वह रमेश से रेमो बन गए थे। डांस के शौकीन रेमो गुजरात के जामनगर में जब वह पढ़ाई कर रहे थे तो रेमो वहां से पढ़ाई छोड़ मुंबई भाग गए थे ताकि वह अपने सपने पूरे कर सकें।
रेमो के पिता एयरफोर्स में कुक की नौकरी करते थे लेकिन उनकी कमाई से सिर्फ घर ही मुश्किल से चलता था। घर में गरीबी और मुश्किलों भरा समय था इसलिए रेमो ने भी परिवार की जिम्मदारी संभालने के लिए काम करना शुरू किया उन्होंने कभी बेकरी, किरयाना की दुकान तो कभी साइकिल रिपेयर की दुकान पर काम किया लेकिन दूसरी ओर डांस की ललक उन्हें मुंबई ले आया था।
पैसे के कारण देखी कई दिक्कतें
लेकिन शुरुआत के दिनों में रेमो ने कई राते भूखे पेट स्टेशन पर गुजारी। पैसे की किल्लत के चलते उन्हें कई समस्याएं हुई लेकिन इसी दौरान वह काम की तलाश लगातार करते ही रहे और इस घड़ी में उन्हें लिजेल मिली जिन्होंने हर तरह से रेमो का साथ दिया। इसके बाद रेमो ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। रेमो ने लिजेल को अपना जीवनसाथी बनाया और आज वह दो बेटों ध्रुव और गैब्रियल के माता-पिता हैं।
रेमो को रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की सुपरहिट फिल्म बाजीराव मस्तानी के गाने दीवानी मस्तानी के लिए नेशनल अवॉर्ड ऑफ कोरियोग्राफी से भी नवाजा जा चुका है।
मेहनत के बलबूते पर बने करोड़ों के मालिक
आज अपनी मेहनत के बलबूते पर रेमो करोड़ों के मालिक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेमो के पास 8 मिलियन डॉलर यानी कि करीब 59 करोड़ की प्रॉपर्टी है और वह डांस में करियर बनाने वाले लाखों युवाओं की प्रेऱणा भी। वह बहुत सी युवा बच्चों की करियर बनाने में मदद भी करते हैं। हालांकि रेमो ने खुद को सिर्फ कोरियोग्राफर के रूप में ही सीमित ही नहीं रखा बल्कि एक निर्देशक के तौर पर भी हिंदी सिनेमा में काम कर चुके हैं। साल 2013 में आई डांस पर आधारित हिट फिल्म ‘एबीसीडी’ और सीक्वल ‘एबीसीडी 2’ भी डायरेक्ट कर चुके हैं। वरुण धवन, श्रद्धा कपूर और प्रभुदेवा जैसे कलाकारों से सजी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी।
लेकिन साल 2020 में उनके चाहने वालों को तब झटका लगा जब रेमो को दिल का दौरा पड़ा था। हार्ट अटैक की वजह से रेमो ने कई दिन अस्पताल में गुजारे थे लेकिन जल्द ही उन्होंने रिकवरी भी की। इस दौरान भी पत्नी लिजेल ने उनका पूरा ध्यान रखा।
रेमो डिसूजा की लाइफस्टोरी दूसरों को भी कड़ी मेहनत कर अपने सपने पूरा करने की प्रेरणा देती हैं।