Parenting Tip: बागवानी से सिखाएं बच्चों को जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें
punjabkesari.in Sunday, Oct 30, 2022 - 03:06 PM (IST)
स्वस्थ जीवन जीने के लिए पर्यावरण का साफ व स्वच्छ रहना बेहद जरूरी है। ये जिम्मेदारी हम सब की है कि हमारी वजह से पर्यावरण को किसी भी प्रकार की कोई हानी न हो। बहुत सी महिलाएं हैं जो घर में प्लांटिंग करना काफी पसंद करती हैं। ऐसे में बच्चे भी अपनी मां का साथ देते हैं। वैसे बच्चे जो भी सीखते हैं अपने मां-बाप से ही सीखते हैं और उनकी तरह ही काम करने की केशिश करते हैं। अगर आप घर में बागवानी करती हैं तो बच्चों को भी उसके बारे में जरूर बताना चाहिए। लेकिन कईं महिलाए। लेकिन कईं लोडिज सोचती हैं कि मिट्टी में काम करने से उनके बच्चें बीमार पड़ जाएंगे। लेकिन क्या आप जानती हैं कि अगर बच्चे कम उम्र में ही बागवानी करने लगते हैं तो इससे वह जीवन से जुड़ी सीख खुद ही मिल जाती है। अब आप यह सोच रही होंगी कि बागवानी से बच्चे कौन से लाइफ लेसन सीख सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको इस बारे में बताते हैं।
हरियाली से प्यार करना सिखाएं
पौधे लगाना, बीज बोना आदि का चुनाव कर सकती हैं। बच्चों को इनके फायदे भी बता सकती हैं कि कैसे इससे वातावरण को शुद्ध बनाने में मदद मिलती है। इसके अलावा आप बच्चों के लिए साइकिल चलाना या छोटे-छोटे पत्थरों को इकट्ठा करना आदि किसी भी गतिविधि को चुन सकती हैं।
बच्चों को खाद बनाना सिखाएं
सब्जियों के छिलके, केले के छिलके जैसे जैविक पदार्थों की खाद बनाना सिखा सकती हैं। इसके लिए बच्चों को इन सभी चीजों को एक डिब्बे में इकट्ठा करने को कहें। यह न केवल बचे हुए पदार्थों को रिसाइकिल करने का अच्छा तरीका है, बल्कि बच्चों को यह भी पता चलेगा कि अपशिष्ट खाद्य पदार्थ खाद में कैसे बदलता है।
किचन गार्डन भी है जरूरी
अपने घर के पीछे छोटा-सा किचन गार्डन बनाकर बच्चों को उसमें ,सब्जियां उगाना सिखा सकती हैं। अगर आपके यहां सब्जियों और फलों को उगाने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है, तो आप ऑर्गेनिक हर्ब्स उगा सकती हैं। इस दौरान बच्चों को भी अपने साथ रखें। साथ ही बच्चों को सब्जी खरीदने के लिए मंडी आदि ले जाएं। वहां बच्चों को मौसम के हिसाब से सब्जी, फल एवं अन्य खाद्य पदार्थों के बारे में अलग-अलग चीजों पता चलेंगी।
साफ-सफाई का रखें खास ध्यान
जब भी किसी छुट्टी या पिकनिक पर जाएं, तब बच्चों को बताएं कि कूड़ा सिर्फ कूड़ेदान में ही फेंकना चाहिए। इन स्थानों को अपने घर जैसा ही समझना ही सबसे जरूरी है। इससे बच्चे हर जगह को अपने घर जैसा ही समझेंगे और उसे साफ एवं स्वच्छ बनाने का प्रयास करेंगे।
धैर्य है जरूरी
आज के समय में युवा जल्द से जल्द बिना मेहनत किए सफलता प्राप्त करना चाहते हैं। जॉब पाते ही वह सफलता हासिल करने की कोशिश में जुट जाते हैं। लेकिन जीवन में सफलता वास्तव में आपके कठिन परिश्रम और धैर्य का ही फल होता है। आप भले ही कितना भी कठिन परिश्रम कर लें, लेकिन अगर धैर्य नहीं है तो आप निराशा ही हाथ लगेगी।