Diwali का मजा न बन जाए सजा! डॉक्टरों से जानें आंख, त्वचा का कैसे रखना है ख्याल
punjabkesari.in Saturday, Oct 18, 2025 - 04:08 PM (IST)
नारी डेस्क: दिवाली का पर्व खुशियों, रोशनी और मिठाइयों का प्रतीक है, लेकिन इस दौरान पटाखों से निकलने वाला धुआं, धूल और रासायनिक कण हमारी सेहत के लिए खतरा बन सकते हैं। डॉक्टरों ने विशेष रूप से आंखों, त्वचा और फेफड़ों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है। दिवाली का आनंद लेना जरूरी है, लेकिन स्वास्थ्य को खतरे में डालना बिलकुल सही नहीं। थोड़ी सतर्कता और सुरक्षा उपाय अपनाकर आप आंख, त्वचा और फेफड़ों की रक्षा कर सकते हैं और त्योहार को पूरी तरह सुरक्षित तरीके से मना सकते हैं।
आंखों का ध्यान रखें
पटाखों से निकलने वाला धुआं और धूल आंखों में जलन, खुजली और लालिमा पैदा कर सकता है। लंबे समय तक प्रदूषण में रहने से कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) या अन्य गंभीर आंखों की समस्याएं हो सकती हैं। डॉक्टरों की सलाह: सुरक्षा चश्मा पहनें और बच्चों को पटाखों के करीब न जाने दें।
त्वचा की सुरक्षा
धुआं, धूल और पटाखों में मौजूद रसायन त्वचा पर रैश, खुजली और जलन पैदा कर सकते हैं। लंबे समय तक प्रदूषण में रहने से एलर्जी या सूजन की समस्या बढ़ सकती है। बचाव के लिए घर से बाहर निकलने से पहले मॉइस्चराइज़र या हल्का तेल लगाएं। पटाखों के बाद त्वचा को साबुन और पानी से धोएं।
फेफड़ों और श्वसन प्रणाली का खतरा
पटाखों और प्रदूषण से PM 2.5 और PM 10 कण फेफड़ों में प्रवेश कर सकते हैं। इससे सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा या एलर्जी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में डॉक्टर सलाह देते हैं कि मास्क पहनेंऔर बच्चों व बुजुर्गों को धुएँ से दूर रखें। घर में एयर प्यूरीफायर या तुलसी-पौधे लगाएं। अगर सांस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सुरक्षित दिवाली के लिए अतिरिक्त टिप्स
-धुएं वाले पटाखों का इस्तेमाल कम करें।
-बच्चों को पटाखों से दूर रखें।
-घर के भीतर रहते हुए दीप और रोशनी का आनंद लें।
-हाथ और चेहरे को समय-समय पर धोते रहें।
-संतुलित भोजन और पर्याप्त पानी पिए ताकि शरीर हाइड्रेटेड और स्वस्थ रहे।

