2025 का आखिरी सोम प्रदोष व्रत कब? लव मैरिज और शीघ्र विवाह के लिए करें ये खास उपाय
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 05:47 PM (IST)
नारी डेस्क : सोम प्रदोष व्रत शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त करने वाला अत्यंत शुभ और फलदायी व्रत माना गया है। मान्यता है कि इस पावन दिन पर की गई पूजा-अर्चना और विशेष उपाय विवाह में आ रही रुकावटों को दूर करते हैं, रिश्तों में मधुरता बढ़ाते हैं और लव मैरिज के मार्ग को भी सहज बनाते हैं। जो भी भक्त मन से शिव-पार्वती की साधना करते हैं, उन्हें शीघ्र ही शुभ समाचार और मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होने का आशीर्वाद मिलता है।
सोम प्रदोष व्रत क्या है?
हर दोष से मुक्ति दिलाने वाले व्रत को प्रदोष व्रत कहते हैं। यह व्रत त्रयोदशी तिथि के शाम के समय रखा जाता है।
अगर त्रयोदशी सोमवार को हो, तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है और इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है।

2025 का आखिरी सोम प्रदोष व्रत कब है?
इस साल का आखिरी सोम प्रदोष व्रत 17 नवंबर 2025 को आ रहा है। यह अत्यंत शुभ माना जा रहा है, खासकर विवाह और प्रेम संबंधों में सकारात्मक बदलाव के लिए।
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मार्गशीर्ष सोम प्रदोष व्रत 2025 का मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 17 नवंबर 2025, सुबह 4:47 बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त: 18 नवंबर 2025, सुबह 7:12 बजे
प्रदोष काल मुहूर्त: शाम 5:27 बजे से रात 8:07 बजे तक
इसी समय शिवजी की पूजा सर्वोत्तम मानी जाती है।

सोम प्रदोष व्रत: विवाह में बाधा दूर करने के विशेष उपाय
फलाहार व्रत और शमी के फूल अर्पित करें
अगर विवाह में अड़चन आ रही है या लव मैरिज की इच्छा पूरी नहीं हो रही, तो सोम प्रदोष के दिन फलाहार व्रत करें।
शिवलिंग पर अक्षत (चावल) और शमी के फूल चढ़ाएं।
मान्यता है कि इससे प्रेम विवाह और विवाह से जुड़ी समस्याओं में राह खुलती है।
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108 बेलपत्र पर ‘श्री राम’ लिखकर अर्पित करें
108 बेलपत्र लें और प्रत्येक पर चंदन से ‘श्री राम’ लिखें, फिर उन्हें शिवजी को एक-एक करके अर्पित करें।
यह उपाय शादी में हो रही देरी, ग्रहदोष और अवरोधों को दूर करने में विशेष रूप से कारगर माना जाता है।

माता पार्वती को सोलह श्रृंगार अर्पित करें
सोम प्रदोष के दिन माता पार्वती को सोलह श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
इसके बाद जरूरतमंद महिलाओं या गरीबों को अन्न, फल, कपड़े या श्रृंगार सामग्री दान करें।
माना जाता है कि इससे ग्रहों की अशुभता कम होती है और वैवाहिक जीवन में सौभाग्य का योग बनता है।

