क्या आप भी सोते हैं बेहद कम?  तो डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकती है ये आदत

punjabkesari.in Friday, Aug 02, 2024 - 10:51 AM (IST)

एक नए अध्ययन के अनुसार हफ्ते भर की अनियमित नींद से लोगों में ‘टाइप 2' मधुमेह का खतरा 34 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। हालांकि शोधकर्ताओं ने माना कि सोने की सात दिनों की अवधि का आकलन करने से दीर्घकालिक नींद के ‘पैटर्न' का पता नहीं चल सकता है, लेकिन उन्होंने कहा कि जीवनशैली में इस कारक को बदलने से ‘टाइप 2' मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।

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 ‘डायबिटीज केयर' नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, जो लोग अधिक समय तक सोते हैं और जिनमें मधुमेह का आनुवांशिक जोखिम कम होता है, उनमें यह संबंध “अधिक स्पष्ट” पाया गया है। अमेरिका में ब्रिघम एवं महिला अस्पताल में शोधार्थी और अध्ययन की लेखिका सिना कियानेर्सी ने कहा कि अध्ययन ‘टाइप 2' मधुमेह को कम करने की रणनीति के रूप में नींद के ‘पैटर्न' के महत्व को रेखांकित करता है। 

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शोधकर्ताओं ने ब्रिटेन बायोबैंक डेटासेट से 84,000 से अधिक प्रतिभागियों की निगरानी की, जिनकी औसत आयु 62 वर्ष थी और वे शुरू में मधुमेह से पीड़ित नहीं थे। सात वर्षों तक उन्होंने मेडिकल रिकॉर्ड के माध्यम से चयापचय रोग के विकास पर नजर रखी। शोधार्थी यह पता लगाना चाहते थे कि क्या अनियमित नींद शरीर की जैविक घड़ी को बाधित करती है और मधुमेह को बढ़ावा दे सकती है। 

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टीम ने पाया कि जिन व्यक्तियों की नींद की अवधि में 60 मिनट से अधिक का परिवर्तन होता है, उनमें मधुमेह का खतरा उन लोगों की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक होता है जिनकी नींद की अवधि में 60 मिनट से कम का बदलाव होता है। हालांकि जीवनशैली, स्वास्थ्य स्थितियों, पर्यावरणीय कारकों और शरीर में वसा को समायोजित करने के बाद, इन व्यक्तियों में खतरा घटकर 11 प्रतिशत रह गया। 


कम सोने की आदत सुधारने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय 

-प्रतिदिन एक ही समय पर सोने और जागने का प्रयास करें, यहां तक कि सप्ताहांत पर भी।
-सोने से पहले एक नियमित रूटीन अपनाएं जो आपको आरामदेह बनाए।
- सोने का कमरा अंधेरा और शांत रखें। अगर बाहर से शोर आता है तो इयरप्लग्स का इस्तेमाल करें।
-बिस्तर और तकिये आरामदायक होने चाहिए ताकि आप गहरी नींद ले सकें।
- कंप्यूटर, मोबाइल और टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग सोने से कम से कम एक घंटे पहले बंद कर दें।
- सोने से कम से कम 4-6 घंटे पहले कैफीन और निकोटीन का सेवन न करें।
-सोने से ठीक पहले भारी और तैलीय भोजन से बचें। हल्का भोजन करें।
-नियमित व्यायाम नींद को सुधारने में मदद कर सकता है। हालांकि, सोने से ठीक पहले भारी व्यायाम से बचें।
-योग और ध्यान नींद को सुधारने और तनाव को कम करने में सहायक होते हैं।
-अच्छी और गहरी नींद का प्रयास करें। नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए ऊपर दिए गए सुझावों का पालन करें।


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Content Writer

vasudha

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