छोटी उम्र की बच्चियों को होता है वेजाइना से जुड़ा यह रोग, मांओं का ध्यान देना जरूरी

punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2020 - 05:16 PM (IST)

छोटी बच्चियों में आजकल लैबियल फ्यूजन (Labial Fusion) नाम की एक बीमारी आम देखने को मिलती है। यह वैजाइना में होने वाली समस्या है, जिसके कारण असहनीय दर्द, तेज जलन और लालपन आ जाता है। अगर समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो यह खतरनाक भी हो सकता है।

क्या है लैबियल फ्यूजन बीमारी?

लैबियल फ्यूजन या एग्लूटिनेशन एक ऐसी हेल्थ कंडीशन है, जिसके कारण वैजाइना के दोनों तरफ मौजूद फ्लैप (Labia Minora) 30-50% तक आपस में जुड़ जाते हैं। इसके कारण वैजाइना में इंफ्लेमेटरी टिशू की झिल्ली सी बनने लगती है।

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किन्हें होती है अधिक समस्या?

यह समस्या ज्यादातर 3 महीने से लेकर 6 साल की उम्र की बच्चियों में ज्यादा होती है। हालांकि 1 से 2 साल की उम्र में ऐसा होना ज्यादातर कॉमन है। यह समस्या सिर्फ 2 % लड़कियों में ही देखने को मिलती है। टीनएज उम्र की लड़कियों में यह समस्या इसलिए नहीं दिखती क्योंकि उनके शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बनने लगता है, जो उन्हें अलग कर देता है।

जानिए लैबियल फ्यूजन के कारण

. प्रजनन अंगों की नाजुक झिल्लियों में इरिटेशन के कारण
. पर्सनल हाइजीन का ख्याल ना रखना
. मल या यूरिन
. खुशबू वाले साबुन का अधिक इस्तेमाल
. एटॉपिक डर्मेटाइटिस, पिनवर्म
. किसी तरह की चोट लगना
. यौन शोषण

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बीमारी के लक्षण

वैसे तो इसके कोई भी लक्षण दिखाई देते लेकिन रेगुलर फिजिकल एग्जामिन से पेरेंट्स इसका पता लगा सकते हैं। अगर मामला गंभीर हो तो कुछ लक्षण दिख सकते हैं जैसे...

. यूरिन ना के बराबर या बूंद-बूंद कर आना
. यूटीआई इंफैक्शन का खतरा बढ़ जाना।
. वैजाइना में तेज जलन
. वैजाइना में लालपन आना

क्या है इसका इलाज?

इसमें किसी तरह के ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ यह समस्या खुद ब खुद ठीक हो जाती है। लेकिन अगर लक्षण कम ना हो तो डॉक्टर 2-8 हफ्तों तक एस्ट्रोजन या स्टेरॉइड क्रीम लगाने की सलाह देते हैं। इसके बाद एक Emollient लगाया जाता है, जिससे कि वो अलग रहे। हालांकि एक बार ठीक होने के बाद यह समस्या दोबारा हो सकती है इसलिए सतर्कता जरूर है।

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Content Writer

Anjali Rajput

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