क्या दूध पीने से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा? स्टडी में हुआ बड़ा खुलासा

punjabkesari.in Sunday, Nov 09, 2025 - 11:54 AM (IST)

नारी डेस्क: कई सालों से ये सवाल लोगों के मन में है कि  क्या दूध पीने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है? कुछ लोग कहते हैं कि दूध में मौजूद फैट कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है, जिससे ब्लॉकेज और हार्ट अटैक हो सकता है। लेकिन अब एक नई स्टडी ने इस धारणा को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है।

 स्टडी में सामने आई सच्चाई

CARDIA नाम की एक लंबी रिसर्च स्टडी में 3,110 लोगों पर पूरे 25 साल तक निगरानी रखी गई। इनमें से लगभग 900 लोगों में कैल्शियम डिपोजिट यानी धमनियों में ब्लॉकेज बनने की समस्या पाई गई। लेकिन सबसे हैरानी की बात यह रही कि  ये ज्यादातर वे लोग थे जो लो फैट मिल्क पीते थे। वहीं, जो लोग फुल फैट दूध पीते थे, उनके शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर बना रहा, जो दिल के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसका मतलब ये हुआ कि दूध से हार्ट अटैक का खतरा इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन-सा दूध पी रहे हैं और कितनी मात्रा में पी रहे हैं।

क्या आप भी पीते हैं कच्चा दूध तो पहले ये नुकसान पढ़ लें

क्या रोजाना फुल फैट मिल्क पीना सही है?

फुल फैट मिल्क में फैट की मात्रा ज्यादा होती है। अगर आप रोजाना बहुत ज्यादा मात्रा में फुल फैट दूध, दही, मलाई या घी का सेवन करते हैं, तो इससे एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) बढ़ सकता है। हालांकि, रिसर्च के अनुसार, अगर दूध सीमित मात्रा में और संतुलित आहार के साथ लिया जाए तो यह शरीर को कैल्शियम, विटामिन D और प्रोटीन प्रदान करता है, जो दिल की मांसपेशियों को मजबूत रखता है।

हार्ट अटैक आने के प्रमुख कारण (Causes of Heart Attack)

धूम्रपान और शराब का सेवन: ये आदतें धमनियों को सिकोड़ देती हैं और ब्लॉकेज की संभावना बढ़ाती हैं।

हाई ब्लड प्रेशर (High BP): लगातार बढ़ा हुआ रक्तचाप दिल की मांसपेशियों पर दबाव डालता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल: ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से धमनियों में प्लाक जमता है।

डायबिटीज: ब्लड शुगर के असंतुलन से दिल की नसें कमजोर होती हैं।

मोटापा और सिडेंटरी लाइफस्टाइल: कम शारीरिक गतिविधि और गलत खानपान हार्ट डिजीज का बड़ा कारण है।

तनाव और अनिद्रा: लगातार मानसिक तनाव दिल की धड़कन और रक्तचाप को प्रभावित करता है।

हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण (Early Symptoms of Heart Attack)

सीने में भारीपन या दर्द महसूस होना

कंधे, गर्दन या बांहों में खिंचाव या दर्द

ठंडे पसीने आना

चक्कर या बेहोशी महसूस होना

मतली या उल्टी आना

घबराहट और बेचैनी बढ़ जाना

सांस लेने में कठिनाई होना

इन लक्षणों को कभी भी हल्के में न लें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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 हार्ट अटैक से बचाव के तरीके (Prevention Tips of Heart Attack)

धूम्रपान और शराब छोड़ें: यह दिल की सेहत का सबसे बड़ा कदम है।

संतुलित आहार लें: फल, सब्जियां, फाइबर और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट शामिल करें।

नियमित व्यायाम करें: रोजाना 30 मिनट पैदल चलना भी बहुत फायदेमंद है।

तनाव कम करें और पर्याप्त नींद लें: 7-8 घंटे की नींद दिल को स्वस्थ रखती है।

वजन पर नियंत्रण रखें: मोटापा दिल की बीमारियों का सबसे बड़ा कारण है।

नियमित हेल्थ चेकअप कराएं: कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की जांच करवाते रहें।  


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Content Editor

Priya Yadav

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