क्या आप भी पीते हैं बबल टी? जानें, ये सेहत के लिए वरदान है या नुकसान

punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 06:55 PM (IST)

नारी डेस्क : बबल टी (Bubble Tea) या बोबा टी (Boba Tea) आज के युवाओं में एक ट्रेंडी ड्रिंक बन चुकी है। रंग-बिरंगे कप, मीठे फ्लेवर और चबाने योग्य टैपिओका पर्ल्स देखकर हर कोई इसे ट्राई करना चाहता है। लेकिन डॉक्टरों के अनुसार, इसका अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसमें मौजूद हाई शुगर कंटेंट लिवर पर दबाव डालता है और फैटी लिवर, वजन बढ़ने और ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव जैसी समस्याएं पैदा करता है।

क्या है बबल टी और कैसे बनती है?

बबल टी की शुरुआत 1980 के दशक में ताइवान से हुई थी। यह एक टी-बेस्ड ड्रिंक है जिसमें चाय, दूध, शुगर सिरप और टैपिओका पर्ल्स (छोटे काले बोबा बॉल्स) मिलाए जाते हैं। इन बोबा बॉल्स को कसावा रूट से प्राप्त टैपिओका स्टार्च से बनाया जाता है, जो रबर जैसी टेक्सचर देता है। आजकल यह ड्रिंक ब्लैक टी, ग्रीन टी, कॉफी और फ्रूट फ्लेवर्स में भी मिलती है और ऊपर से क्रीम, कैरामेल या फ्रूट जेलीज से सजाई जाती है।

PunjabKesari

यें भी पढ़ें : खाली पेट भूलकर भी न खाएं ये फूड्स, वरना बिगड़ जाएगी पेट की सेहत!

डॉक्टर की चेतावनी: फैटी लिवर का खतरा

डॉक्टर के अनुसार, एक मीडियम साइज की बबल टी में लगभग 30 से 55 ग्राम तक चीनी होती है। जो एक कोका-कोला के कैन से भी अधिक है। इतनी ज्यादा चीनी का सेवन शरीर में इंसुलिन स्पाइक पैदा करता है, जिससे अतिरिक्त शुगर लिवर में फैट के रूप में जमा होने लगती है। यही प्रक्रिया धीरे-धीरे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) का खतरा बढ़ा देती है। इसके अलावा, बबल टी में मौजूद आर्टिफिशियल फ्लेवर, कलर और प्रिजर्वेटिव्स न केवल हार्मोनल असंतुलन पैदा करते हैं, बल्कि वजन बढ़ाने, मेटाबॉलिज्म गड़बड़ाने और त्वचा संबंधी समस्याओं को भी बढ़ावा दे सकते हैं।

PunjabKesari

क्या करें और क्या न करें

अगर आपको बबल टी पसंद है, तो इसे कभी-कभार ट्रीट की तरह पिएं, लेकिन इसे रोजमर्रा की आदत न बनाएं। सेहत पर इसका असर कम करने के लिए कुछ सरल बदलाव करें।

लो-शुगर वर्जन चुनें ताकि अनावश्यक कैलोरी से बचा जा सके।

बिना सिरप और कम दूध वाली टी लें ताकि फैट और शुगर दोनों का स्तर कम रहे।

यें भी पढ़ें : दुनिया की ये 5 खतरनाक जगहें जिन्हें आज तक किसी ने नहीं देखी!

ग्रीन टी बेस का इस्तेमाल करें, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और यह शुगर और कैलोरी को कम करता है।

इन छोटे-छोटे बदलावों से आप बबल टी का स्वाद भी ले सकेंगे और अपनी सेहत का ख्याल भी रख पाएंगे।

PunjabKesari

बबल टी स्वाद में जितनी आकर्षक है, सेहत के लिहाज से उतनी ही भ्रामक भी। कभी-कभार इसका सेवन ठीक है, लेकिन नियमित रूप से पीना लिवर, दिल और ब्लड शुगर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। सेहत का ध्यान रखते हुए प्राकृतिक पेय जैसे नारियल पानी, ग्रीन टी या फ्रूट इन्फ्यूज़्ड वॉटर का चुनाव बेहतर रहेगा।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Monika

Related News

static