Breastfeeding करवाने वाली मां क्या खाएं और किससे रखें परहेज
punjabkesari.in Thursday, Aug 05, 2021 - 01:39 PM (IST)
मां का दूध शिशु के लिए संपूर्ण आहार व सबसे अधिक फायदेमंद माना जाता है। इसमें वे सभी जरूरी तत्व मौजूद होते हैं जो बच्चे को शारीरिक व मानसिक विकास में मदद करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, मां का दूध बच्चे के लिए पहले टीकाकरण का काम करता है। इसके सेवन से बच्चे की इम्यूनिटी तेज होकर बीमारियों से बचाव रहता है। ब्रेस्टफीडिंग करवाने से शिशु के साथ महिलाओं को भी ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर, मोटापे आदि समस्याओं से बचाव रहता है। मगर स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को अपनी डेली डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। ताकि मां और बच्चे की सेहत बरकरार रहें।
चलिए आज हम आपको विश्व स्तनपान सप्ताह के मौके पर बताते हैं कि ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को क्या खाना चाहिए और किससे परहेज रखना चाहिए...
इन चीजों का करें सेवन
हरी पत्तेदार सब्जियां
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को पालक, साग, सहजन के पत्ते आदि पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए। इससे इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ दूध बढ़ाने में मदद मिलती है।
दाल
इस दौरान महिलाओं को हैल्दी रहने के लिए दालों का सेवन करना चाहिए। इससे ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद मिलती है।
अंकुरित अनाज
अंकुरित अनाज पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होते हैं। इनका सेवन करने से ब्रेस्ट मिल्क बढ़ता है और मां व शिशु का बेहतर शारीरिक विकास होता है।
ताजे व मौसमी फल और सब्जियां
इस दौरान महिलाओं को मौसमी फल व सब्जियों का सेवन करना चाहिए। सुबह नाश्ते में ताजे फल व सब्जियों से तैयार जूस या सूप का सेवन भी किया जा सकता है।
ड्राई फ्रूट्स
सूखे मेवों में सभी जरूरी तत्व, एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण आदि होते हैं। ऐसे में इसे खाने से मां के दूध में बढ़ावा होता है। साथ ही स्तनपान करने से शिशु का बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलती है।
इन चीजों से रखें परहेज
मसालेदार भोजन
इस दौरान अधिक मसालेदार व ऑयली चीजें खाने से एसिडिटी, ब्लोटिंग, अपच आदि समस्या होती है। ऐसे में मां का दूध पीने से शिशु भी इस समस्या से परेशान हो सकता है।
विटामिन सी से भरपूर चीजें
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को विटामिन सी से भरपूर खट्टी चीजों का कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। खासतौर पर शिशु को दूध पिलाने से पहले इसका सेवन करने से बचना चाहिए। इसे अधिक खाने से शिशु का पाचन तंत्र खराब हो सकता है। इसके साथ इस दौरान आम खाने से एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
कैफीनयुक्त चीजें
अधिक मात्रा में चाय, कॉफी आदि का सेवन करने से नींद ना आने की परेशानी होती है। ऐसे में ब्रेस्टमिल्क पीने से यह समस्या बच्चे को भी हो सकती है। शिशु की नींद पूरी ना होने से वह बीमार होने के साथ चिड़चिड़ा स्वभाव करने लगता है।
लहसुन
वैसे तो लहसुन पोषक तत्व, एंटी-बैक्टीरियल व औषधीय गुणों से भरपूर होता है। मगर इसका अधिक सेवन करने से दूध में लहसुन की महक आ सकती है। इसके कारण बच्चा दूध पीने में आनाकानी कर सकता है। ऐसे में बच्चे का पेट ना भरने से उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
मूली, ब्रोकली
ब्रोकली, मूली, पत्तागोभी, गोभी आदि का सेवन करने से गैस, अपच, एसिडिटी, पेट में जलन आदि की समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, मां को ये समस्या होने से उसका दूध पीने से ये परेशानी बच्चे को भी हो जाएगी। ऐसे में इस दौरान इन चीजों का सेवन ना करने में ही भलाई है।
कॉर्न व अंडे
अक्सर बच्चों को कॉर्न, अंडों से एलर्जी होती है। इसके कारण शिशु को बेचैनी, चकत्ते आदि की समस्या हो सकती है। दूसरी ओर परिवार में इन चीजों से एलर्जी होने से यह परेशानी बच्चे को भी हो सकती है। इसलिए स्तनपान करवाने वाली मां को इन चीजों के सेवन से बचना चाहिए।