World Malaria Day: मलेरिया बुखार कर सकता है लिवर डैमेज, जानिए लक्षण व बचाव
punjabkesari.in Sunday, Apr 25, 2021 - 11:38 AM (IST)
भारत में हर साल कई बीमारियों का शिकार हो लाखों लोग अपनी जान गवां बैठते हैं। बात अगर मलेरिया की करें तो हर वर्ष करीब 2 लाख से भी ज्यादा लोगों की इसके कारण मौत होती है। इस गंभीर और जानलेवा बीमारी के शिकार सबसे ज्यादा छोटे बच्चे होते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, जन्म के कुछ सालों बाद ही लगभग 55,000 बच्चे इसकी चपेट में आ जाते हैं। इसके साथ ही करीब 30 हजार बच्चे 5 से 14 साल के बीच मलेरिया के शिकार हो मौत के मुंह में चले जाते हैं।
बात अगर 15 से 69 साल की उम्र के लोगों की करें करीब 1,20,000 लोग इस गंभीर बीमारी के शिकार हो जाते हैं। मलेरिया मुख्य रूप से मादा संक्रमित मच्छर के काटने से होता है। तो चलिए आज विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
मलेरिया असल में एक ऐसी घातक बीमारी है जो संक्रमित मच्छर में पाएं जाने वाले परजीवी रोगाणु के कारण होता है। दिखने में ये सभी रोगाणु इतने छोटे होते हैं कि कोई भी इनकी पहचान नहीं कर सकता है। यह बुखार प्लॅस्मोडियम वीवेक्स नाम के वायरस के शरीर में प्रवेश करने की वजह से होता है। अनाेफलीज़ (Anopheles) नाम का संक्रमित मादा मच्छर के काटने द्वारा व्यक्ति के खून में यह वायरस प्रवाहित होता है। मगर यह मच्छर किसी भी व्यक्ति को तभी मलेरिया बुखार का शिकार बना सकता है। जब इस मच्छर ने पहले से किसी मलेरिया बुखार से संक्रमित व्यक्ति को काटा हो। उसके बाद यह वायरस व्यक्ति के लिवर तक पहुंच कर उसकी कार्य क्षमता को धीमा करने के साथ खराब करने का काम करता है।
मलेरिया के लक्षण
- व्यक्ति को तेज बुखार रहता है।
- बहुत अधिक ठंड लगती है।
- जरूरत से ज्यादा पसीना आने लगता है।
- लगातार सिरदर्द की शिकायत रहती है।
- शरीर के सभी अंगों में असहनीय दर्द होता है।
- जी मचलाना, उल्टी और चक्कर आने लगते हैं।
- बहुत सारे केसों में इसके लक्षण हर 48 से 72 घंटे में दोबारा दिखाई देने लगते हैं।
मलेरिया से बचने के उपाय
- सोने से पहले बेड के आसपास मच्छर-दानी लगाएं।
- साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हुए घर को अच्छे से साफ करें।
- आमतौर पर मलेरिया के मच्छर शाम के समय पनपते और काटते हैं। ऐसे में इस दौरान घर की खिड़कियां, दरवाजे बंद रखें।
- पूरे घर में खासतौर पर कोनों में मच्छर मारनेवाली दवा से छिड़काव करें।
- घर के आसपास कूड़ा, पानी इकट्ठा न होने दें। असल में, गंदगी वाली जगह पर भारी मात्रा में मच्छर पनपते हैं।
- ऐसी जगह पर न जाएं जहां घास और झाड़ियां बनी हो।
- मोस्कीटो रिपेलेंट मशीनों को यूज करें।
- घर के अंदर और आसपास पानी जमा न होने दें।
- घर के सभी दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगाकर रखें।
- किसी भी जगह पर बिना पंखें के न बैठे।
- हल्के रंग और पूरी बाजूओं के कपड़ें पहने।