शिशु के शरीर पर पड़े लाल निशान हो सकते है एक्ने, जानिए उपचार

punjabkesari.in Tuesday, Nov 17, 2020 - 05:22 PM (IST)

जन्म के बाद बच्चे में बहुत से बदलाव आते हैं। साथ ही उसकी त्वचा ज्यादा कोमल होने से कई बार मुंहासे व एक्ने की परेशानी हो जाती है। एक्पर्ट्स के अनुसार, इसके पीछे का कारण हार्मोंस बदलाव होता है। यह समस्या करीब 15-20 प्रतिशत बच्चों में होती है। इसमें बच्चे की त्वचा पर लाल व सफेद रंग के दाने निकलने लगते हैं। वैसे तो ये निशान अपने आप ठीक हो जाते हैं। मगर ज्यादा समय रहने पर त्वचा पर निशान छोड़ सकती है। तो चलिए आज हम आपको बच्चे के चेहरे पर पड़ने वाले इन निशान को दूर करने के उपाय बताते हैं। मगर उससे पहले जानते हैं इसके होने के कारण, लक्षण व प्रकार...

मिलिया

डैड स्किन होने के कारण बच्चे की स्किन पर सफेद रंग के दाने पड़ने लगते हैं, जिसे मिलिया कहते हैं। ये दाने कुछ दिनों तक रहने के बाद अपने आप ठीक हो जाते हैं। ऐसे में इसके लिए किसी भी तरह का कोई इलाज करने की जरूरत नहीं होती है। 

एरीथेमा टॉक्सिकम 

यह छोटे बच्चों में होने वाला त्वचा संबंधी रोग है। इसमें शिशु के चेहरे व शरीर पर लाल रंग के दाने व निशान पड़ने लगते हैं। आमतौर पर यह समस्या बच्चे के पैदा होने के कुछ दिनों बाद होने पर अपने आप ही ठीक हो जाती है। इसलिए इससे डरने व घबराने वाली कोई बात नहीं होती है। 

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बच्चे को एक्ने होने के लक्षण...

- चेहरे और शरीर पर लाल व सफेद रंग के छोटे-छोटे दाने होने लगते हैं। 
- कभी-कभी त्वचा पर लाल रंग के घेरे पर बनने लगते हैं। 
- सबसे ज्यादा ये दाने बच्चे के गालों और गर्दन पर होते हैं। 

तो चलिए अब जानते हैं इसके होने के पीछे का कारण...

- बच्चे को नहाने व तैयार करने में क्रीम, पाउडर, तेल, साबुन आदि का इस्तेमाल किया जाता है। इससे बच्चे को एलर्जी हो सकती है।
- अगर मां अच्छी डाइट नहीं ले रही है तो स्तनपान करने के चलते बच्चे को मुंहासे व एक्ने की समस्या हो सकती है। इसके लिए मां को भी अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। 

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इस तरह करें शिशु की देखभाल 

- शिशु को रोजाना नहाकर साफ कपड़े पहनाएं। अगर कहीं ठंड के कारण आप बच्चेे को नहीं नहाना चाहते हैं तो उसे कपड़े जरूर बदलें। 
- ज्यादा टाइट कपड़े ना पहनाएं। 
- उसके डायपर को चैक करते रहे। 
- इस बात का खास ध्यान रखें कि बच्चे को कोई ऐसी चीज ना लगाएं जो ज्यादा खूशबूदार हो। इससे बच्चे को एलर्जी या मुंहासे हो सकते हैं। 
- बच्चे के कपड़ों के साथ उसके सामान की भी साफ-सफाई का ध्यान रखें। इसके लिए उसके तकिए, बिछौने, चादर आदि चीजों को समय-समय धोएं। साथ ही सभी चीजों मुलायम हो। 

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इस तरह करें एक्ने से बचाव 

- बार-बार बच्चे को चूमने से बचें। 
- बच्चे को सीधे पंखे और धूप में ले जाने से बचें। 
- समय-समय पर उसका डायपर व कपड़े बदलें। 
- सभी चीजें नेचुरल इस्तेमाल करें। आपको बाजार में आसानी से बेबी प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे। 
- बच्चे के साथ उसके कमरे को भी साफ रखें। 
- अगर एक्ने की समस्या 15 दिनों में ठीक ना हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। 
- बीमारियों से बचाव के लिए बच्चे का टीकाकरण होना भी बेहद जरूरी है। इसका खास ध्यान रखें। 
 


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neetu

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