Indira Ekadashi: पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए करें इंदिरा एकादशी व्रत, जानिए मुहूर्त और महत्व
punjabkesari.in Thursday, Sep 30, 2021 - 11:31 AM (IST)
हिंदू धर्म में व्रत, त्योहारों की तरह एकादशी का भी विशेष महत्व है। यह तिथि भगवान विष्णु जी को समर्पित मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन श्रीहरि व देवी लक्ष्मी की पूजा व व्रत रखने के शुभफल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, हर महीने में दो बार एकादशी की तिथि पड़ती है। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की तिथि पर पड़ने वाली एकादशी पितृ पक्ष में आती है। ऐसे में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने पर इसका पुण्य पूर्वजों को दान कर देने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। चलिए जानते हैं इंदरा एकादशी व्रत मुहूर्त, महत्व व व्रत पारण का समय...
इंदिरा एकादशी 2021 शुभ मुहूर्त
इंदिरा एकादशी आरंभ- 01 अक्तूबर 2021, दिन शुक्रवार- रात 11:03 से
इंदिरा एकादशी समाप्त- 02 अक्तूबर 2021, दिन शनिवार- रात 11:10 तक
ऐसे में इसकी उदय तिथि 02 अक्तूबर होगी तो इंदिरा एकादशी का व्रत इसी दिन यानि शनिवार को रखा जाएगा।
इंदिरा एकादशी 2021 व्रत पारण का समय
किसी भी व्रत का पारण किए बिना इसे अधूरा माना जाता है। इसलिए श्रीहरि की पूजा करने के बाद भी व्रत पूरा माना जाता है। इंदिरा एकादशी व्रत पारण 03 अक्तूबर 2021 को किया जाएगा। इसका शुभ समय सुबह 06:15 बजे से सुबह 08:37 तक का समय उत्तम माना गया है।
इंदिरा एकादशी व्रत का महत्व
मान्यता है कि इंदिरा एकादशी का व्रत रखने के पापों से मुक्ति मिलती है। व्यक्ति जीवन चक्र के मुक्त होकर मृत्यु के बाद मोक्ष को प्राप्त होता है। इंदिरा एकादशी श्राद्ध पक्ष में पड़ती है। कहा जाता है कि इस व्रत का पुण्य पूर्वजों को देने से उनकी आत्मा तृप्त होती है। साथ ही जो पितर यमलोक में दंड भोग रहे हो उन्हें इस व्रत के फल स्वरूप मोक्ष मिलता हैवे नरक लोक के कष्टों से मुक्त होकर बैकुंड में निवास करते हैं। इसके साथ ही इस व्रत से प्रसन्न होकर पूर्वज धरती पर मौजूद अपने बच्चों को सुख-समृद्धि, खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं।